ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी ने 1,135 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया

BIG BREAKING : ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी ने 1,135 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया

ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी ने 1,135 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी ने 1,135 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया

Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा से बड़ी खबर है। ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी ने 1,100 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है। इनमें 35 नामजद और 1,100 अज्ञात महिला और पुरुष शामिल हैं। यह मुकदमा अथॉरिटी के बाहर करीब डेढ़ महीने से चल रहे धरने को लेकर दर्ज किया गया है। इनमें से किसानों की अगुवाई कर रहे किसान नेता डाॅ.रूपेश वर्मा समेत कई किसानों को जेल भेज दिया गया है। दो दिन पहले गौतमबुद्ध नगर पुलिस किसानों का धरना खत्म करवाने पहुंची थी। उस वक्त किसानों और पुलिस के बीच तीखी नोंकझोंक हुई थीं।

इन किसानों को नामजद किया गया
नरेंद्र भाटी, डा.रूपेश वर्मा, पप्पू, मेतराम, धर्मपाल, भीम सिंह, ज्ञानचंद, हरवीर, रणपाल, महाराज सिंह, सुदेश कुमार, देवेंद्र सिंह, सतवीर, रणवीर यादव, बालेश्वर, पवन कुमार, नितिन, मोहित, वीरेंद्र सिंह, यतेंद्र कुमार, नीरज शर्मा, निशांत रावल, सोहनपाल, सुदेश यादव, राजे, प्रवेश, निरंकार सिंह, बाबू, टीकम सिंह, अरुण, अंकित, मुकुल, अमित यादव और वीर सिंह के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की गयी है।

1,100 महिला और पुरुष अज्ञात
नामजद लोगों के आवला 1,100 अज्ञात महिला और पुरुषों को एफआईआर में आरोपी बनाया गया है। इन किसानों के नाम ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी के सर्वे अमीन देवेंद्र प्रताप सिंह की ओर से रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। आरोप लगाया है कि यह लोग 25 अप्रैल 2023 से मांगों को लेकर ग्रेटर नोएडा अथाॅरिटी के गेट पर अनिश्चितकालीन धरना दे रहे थे। खुद को बेरोजगार, मजदूरों और किसान बताते हुए प्रतिदिन प्राधिकरण के गेट नंबर दो पर स्थाई रूप से जमे हुए थे। प्राधिकरण कार्यालय के समय अधिक भीड़ एकत्र कर लेते हैं। गेट नंबर दो को जबरन बंद कराया हुआ है। 6 जून को इन लोगों ने जबरन दोनों गेट बंद कर दिए।

इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा
आईपीसी और क्रिमिनल एमेंडमेंट एक्ट की धाराओं के तहत यह एफआईआर दर्ज की गयी है। सूरजपुर पुलिस ने आईपीसी की धाराओं 147, 341, 342, 353 और आपराधिक कानून संशोधन अधिनियम की धारा 7 के तहत मुकदमा दर्ज किया है।

किसानों में फैला रोष
दूसरी तरफ साथी किसानों को जेल भेजे जाने के बाद से किसान और महिलाएं भारी संख्या में अथाॅरिटी गेट पर जमे हुए हैं। किसानों का कहना है कि जब तक उनके साथियों को बगैर शर्त रिहा नहीं किया जाता है, तब तक धरना जारी रहेगा। धरने में काफी संख्या में महिलाएं शामिल हो रही हैं।

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