विशाल सिंह और एनपी सिंह का लखनऊ तबादला, दोनों को बड़ी जिम्मेदारी

धर्म नगरी अयोध्या और मथुरा में प्रशासनिक फेरबदल : विशाल सिंह और एनपी सिंह का लखनऊ तबादला, दोनों को बड़ी जिम्मेदारी

विशाल सिंह और एनपी सिंह का लखनऊ तबादला, दोनों को बड़ी जिम्मेदारी

Tricity Today | विशाल सिंह और एनपी सिंह का लखनऊ तबादला

Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार ने सोमवार की शाम दो आईएएस अफसरों के तबादले किए हैं। इन दोनों महत्वपूर्ण जिलों अयोध्या और मथुरा में कार्यरत थे। खास बात यह है कि दोनों अधिकारी मथुरा और अयोध्या में चल रही विकास योजनाएं लंबे समय से देख रहे थे। इनमें अयोध्या के नगर आयुक्त और अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष विशाल सिंह शामिल हैं। दूसरे नागेन्द्र प्रताप सिंह बृज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ थे। नागेन्द्र प्रताप सिंह के पास मथुरा विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी भी थी। दोनों अधिकारियों को मंगलवार की देर शाम नई नियुक्ति दी गई है।

विशाल सिंह अयोध्या से लखनऊ गए
शासन से मिली जानकारी के मुताबिक, विशाल सिंह उत्तर प्रदेश प्रादेशिक सेवा से वर्ष 2021 में पदोन्नत होकर आईएएस बने। विशाल सिंह का तबादला अयोध्या से लखनऊ सचिवालय कर दिया गया है। विशाल 3 सितम्बर 2020 से अयोध्या में तैनात थे। वह पहले अयोध्या नगर निगम के नगर आयुक्त थे। फिर उन्हें अयोध्या विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी थी। करीब साढ़े तीन साल बाद विशाल सिंह का स्थानांतरण लखनऊ किया गया है। अब उन्हें नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग में विशेष सचिव का दायित्व सौंपा गया है। आपको बता दें कि पिछले वर्षों के दौरान अयोध्या में बड़े पैमाने पर विकास योजनाओं ने मूर्तरूप लिया है। इन योजनाओं को परवान चढ़ाने में विशाल सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने उनका तबादला किया है। दरअसल, भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक जिलों में किसी आईएएस अफसर का कार्यकाल तीन वर्ष से अधिक नहीं होना चाहिए।

एनपी सिंह मथुरा से लखनऊ भेजे गए
तबादला सूची में शामिल दूसरा नाम नागेंद्र प्रताप सिंह का है। नागेन्द्र प्रताप सिंह उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद के मुख्य कार्यपालक अधिकारी थे। उनके पास मथुरा विकास प्राधिकरण में उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी भी थी। नागेन्द्र प्रताप सिंह वर्ष 2016 में प्रादेशिक सेवा से बतौर आईएएस प्रोन्नत किए गए थे। उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार बनने के बाद यूपी बृज तीर्थ विकास परिषद की स्थापना की गई थी। तब परिषद का कार्यालय लखनऊ में था। 8 सितंबर 2107 को नागेन्द्र प्रताप सिंह बृज तीर्थ विकास परिषद के सीईओ नियुक्त किए गए थे। करीब एक साल बाद परिषद का कार्यालय मथुरा में स्थापित हुआ था। 19 जुलाई 2018 से नागेन्द्र प्रताप सिंह मथुरा में तैतात हैं। उनके पास परिषद के साथ मथुरा वृन्दावन विकास प्राधिकरण में दोहरी जिम्मेदारी ही। नागेन्द्र प्रताप सिंह ने करीब साढ़े छह वर्ष यह जिम्मेदारी निभाई है। सोमवार को उनका स्थानांतरण लखनऊ किया गया है। उन्हें आयुष विभाग का महानिदेशक बनाकर भेजा गया है।

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