Greater Noida : कोतवाली सूरजपुर क्षेत्र के शहदरा गांव में रहने वाले अजीत भाटी को अपनी जमीन बेचना महंगा पड़ गया। जमीन बेचकर मिले 45 लाख रुपयों के खाते में आते ही पत्नी कविता को लालच आ गया और उसने अपने जीजा आदेश के साथ मिलकर पति की हत्या कर दी और शव को गंग नहर में फेंक दिया। पुलिस चार आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। हालांकि पुलिस मृतक का शव बरामद नहीं कर सकी है।
जानकारी के मुताबिक कोतवाली सूरजपुर क्षेत्र के शहदरा गांव में अजीत भाटी (34 वर्ष) पत्नी कविता के साथ रहता था। गांव में अपनी जमीन उसने अपने चाचा के लड़के संजय भाटी को 45 लाख में बेची थी। 21 जून को संजय भाटी ने जैसे ही रुपयों का भुगतान अजीत से खाते में किया, कविता को रुपयों का लालच आ गया और उसने अपने जीजा आदेश और किराएदार मोहित के साथ मिलकर पति की हत्या की साजिश तैयार कर दी।
5 लाख में किरायेदार से हुआ था सौदा
कविता ने अपने मकान में किराये पर रहने वाले और फूड डिलीवरी का काम करने वाले मोहित को भी हत्या की साजिश में शामिल किया। इसके लिए 5 लाख रुपये में सौदा तय हुआ जिसमें आदेश ने मोहित को 50 हज़ार रुपये एडवांस भी दे दिए थे। इस पर मोहित, आदेश, कपिल और अजीत की पत्नी कविता ने मिलकर 27 जून की रात अजीत की हत्या कर दी और उसका शव बुलंदशहर के कपना मंदिर के पास गंग नहर में फेंक दिया ।
ताऊ के लड़के की सजगता से खुला मामला
मृतक के ताऊ के बेटे संजय भाटी ने बताया कि उसने कोतवाली सूरजपुर में 28 जून को अजीत की गुमशुदगी दर्ज कराई थी जिस पर पुलिस में कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की। काफी भागदौड़ करने के बाद पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि इन लोगों ने 45 लाख रुपयों के लिए अजीत की हत्या कर दी है। कोतवाली सूरजपुर प्रभारी अजय कुमार ने बताया की मृतक अजीत के अपहरण और हत्या के आरोप में की पत्नी कविता, मृतक का साढू आदेश, किराएदार मोहित और उनके एक साथी कपिल को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। मृतक का शव बरामद नहीं हुआ है।
अब तक बरामद नहीं हुआ शव
27 जून को अजीत की हत्या के बाद आरोपियों ने उसके शव को गंगनहर में फेंक दिया। परिजन ने 28 जून को पुलिस से शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाई नहीं की। इसके चलते उसका शव अब तक बरामद नहीं हो सका है। पुलिस के मुताबिक घटना को करीब 1 माह बीत जाने के कारण शव की बरामदगी संभव नही हो पा रही है।