पहले खुद ही लगाया प्राइवेट वाहनों में ना बैठने का पोस्टर, अब खुद ही अवैध वाहन स्टैंड चलवा रही बीटा-2 पुलिस

Ground Reporting : पहले खुद ही लगाया प्राइवेट वाहनों में ना बैठने का पोस्टर, अब खुद ही अवैध वाहन स्टैंड चलवा रही बीटा-2 पुलिस

पहले खुद ही लगाया प्राइवेट वाहनों में ना बैठने का पोस्टर, अब खुद ही अवैध वाहन स्टैंड चलवा रही बीटा-2 पुलिस

Tricity Today | ग्राउंड रिपोर्टिंग

Greater Noida : कोतवाली बीटा-2 क्षेत्र के परी चौक इलाके से यूपी के तमाम शहरों को जाने के लिए उत्तर प्रदेश परिवहन की बसें उपलब्ध रहती हैं। इसके बावजूद आए दिन लोग निजी वाहनों में लिफ्ट लेकर यात्रा करते हैं और बाद में लूट का शिकार होते हैं। इस मामले को लेकर पुलिस ने परी चौक के आसपास बैनर लगाकर यात्रा करने वाले लोगों को निजी वाहनों में ना बैठने की अपील की है। 

वहीं दूसरी तरफ थाना बीटा-2 प्रभारी और चौकी प्रभारी परी चौक की मिलीभगत से पुलिस चौकी के ठीक बाहर अवैध वाहन स्टैंड संचालित किया जा रहा है। इसमें आगरा, मथुरा, बुलंदशहर समेत अन्य शहरों की सवारियों को बैठाया जा रहा है। चौकी के सामने खुलेआम इस अवैध वाहन स्टैंड चलवाने के पीछे कोतवाली बीटा-2 पुलिस की अवैध कमाई की बात सामने आ रही ही।



जानकारी के मुताबिक ग्रेटर नोएडा के परी चौक से यूपी रोडवेज की बसें आगरा, मथुरा समेत लखनऊ, कानपुर और पूर्वी यूपी के तमाम बड़े शहरों के लिए 24 घंटे उपलब्ध रहती हैं। इसके बावजूद कोतवाली बीटा-2 पुलिस अवैध कमाई के चलते चौकी के बाहर निजी वाहन स्टैंड संचालित करवा रही है जिसमें चौकी प्रभारी नीलकांत और थाना प्रभारी अनिल राजपूत की मिलीभगत है। 

इस मामले में अवैध स्टैंड पर सवारियां भर रहे एक निजी कैब के चालक ने बताया कि वह चौकी पर सुविधा शुल्क देता है जिसके चलते वह अपने वाहनों में सवारिया बैठाते हैं। निजी वाहन वाहन पर कमर्शियल गतिविधियों के होने के बावजूद परिवहन विभाग भी आंख बंद किए हुए है। रविवार सुबह परी चौक के आसपास बुलंदशहर, मथुरा आगरा समेत तमाम शहरों के लिए अलग-अलग कैब खड़ी थीं जिन पर प्राइवेट वाहन की नंबर प्लेट लगी हुई थीं। 



इन वाहनों का कोई वैध परमिट अथवा वैध संचालन की अनुमति नहीं है। इस तरह से कोतवाली बीटा-2 पुलिस  के संरक्षण में चल रहे अवैध वाहन स्टैंड से चलने वाले वाहनों में बैठकर लोग ठगी और लूट का शिकार होते हैं लेकिन कोतवाली बीटा-2 पुलिस को सिर्फ अपनी अवैध कमाई से मतलब है, जनता से नहीं।

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