बेमौसम भारी बारिश से दर्जनों गांवों में धान की फसल बर्बाद हुई, किसानों ने शासन से ये मांग की

चिंताजनक : बेमौसम भारी बारिश से दर्जनों गांवों में धान की फसल बर्बाद हुई, किसानों ने शासन से ये मांग की

बेमौसम भारी बारिश से दर्जनों गांवों में धान की फसल बर्बाद हुई, किसानों ने शासन से ये मांग की

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Gautam Buddh Nagar : पिछले दो दिनों में बेमौसम भारी बारिश ने जिले भर में, विशेष रूप से अट्टा गुजरान, जगनपुर और दनकौर के आसपास के गांवों धान की फसल को व्यापक नुकसान पहुंचाया है। भारी बारिश की वजह से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों में फसलें बर्बाद हो गई हैं। किसान एकता संघ के जिलाध्यक्ष कृष्णा नगर ने सोमवार को कहा कि खाद्यान्न और ईंधन की कीमतों में हालिया वृद्धि का खामियाजा किसान पहले ही भुगत रहे हैं। बेमौसम बारिश ने उनके दुख को और बढ़ा दिया है। 

उन्होंने राज्य सरकार से नुकसान का तत्काल सर्वेक्षण कराने और किसानों को राहत देने की मांग की। किसान नेता ने कहा, “हमने धान की फसल जायजा लेने के लिए अट्टा गुजरान, जगनपुर और दनकौर क्षेत्र के आसपास के गांवों का दौरा किया। हमने पाया कि पिछले दो दिनों में भारी बारिश के कारण उन्हें बहुत नुकसान हुआ है। बारिश ने उनकी धान की फसल को नष्ट कर दिया है।” 

संगठन के एक सदस्य डॉ विकास प्रधान ने भी सरकार पर खाद्य पदार्थों और डीजल की कीमतों में मनमानी वृद्धि करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, इसने किसानों की कमर तोड़ दी है। वे आजीविका के संकट का सामना कर रहे हैं। अब उन्हें अप्रत्याशित बारिश के कारण फसल के नुकसान का बोझ झेलना पड़ रहा है। किसान संगठन ने मांग की है कि राज्य सरकार और जिला प्रशासन क्षतिग्रस्त फसलों का सर्वेक्षण कर किसानों को सहायता प्रदान करने के प्रयास में तेजी लाएं। 

यूपी वेस्ट के बिजनौर और अमरोहा से भी फसल के नुकसान की सूचना मिली है। यहां पड़ोसी राज्य उत्तराखंड के पहाड़ियों में भारी बारिश के कारण गंगा नदी में जल स्तर 22,000 क्यूसेक से दोगुना होकर 45,000 क्यूसेक हो गया है। बिजनौर जिला कृषि अधिकारी अवधेश मिश्रा ने कहा, “भारी बारिश से जिले में धान, सरसों और दलहन उत्पादकों को भारी नुकसान हुआ है। हमारी सर्वे रिपोर्ट आना बाकी है। शुरुआती जांच के मुताबिक बारिश से धान की फसल को 30 फीसदी नुकसान हुआ है।

इन किसानों को मिलेगी राहत राशि
मुख्यमंत्री मंगलवार को राजधानी लखनऊ में अपने सरकारी आवास पर आहूत एक बैठक में अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जनहानि, पशुहानि तथा क्षतिग्रस्त मकानों का आकलन करते हुए प्रभावितों को अनुमन्य राहत राशि तत्काल उपलब्ध करायी जाए। सम्बन्धित जिलाधिकारी तेज बारिश से फसल को हुए नुकसान का आकलन करते हुए अपनी रिपोर्ट शासन को शीघ्र उपलब्ध कराएं। ताकि प्रभावित किसानों को मुआवजा राशि उपलब्ध करायी जा सके। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार सभी प्रभावित किसानों को पूरी मदद देने के लिए कृतसंकल्पित है।

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