Greater Noida News : इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड (IPRCL) कंपनी ने तीन देशों की पॉड टैक्सी के संचालन की रिपोर्ट यमुना प्राधिकरण को सौंपी है। करीब 11-12 सालों से अबू धाबी, कोरिया और लंदन में पॉड टैक्सी चल रही है। इन देशों में पॉड टैक्सी 5 किमी के कॉरिडोर में चलती है। अब इसी की तर्ज पर जेवर में पॉड टैक्सी चलेगी।
लाभ-हानि के बारे में नई रिपोर्ट में लिखा
यमुना प्राधिकरण के फिल्म सिटी और जेवर एयरपोर्ट के बीच पॉड टैक्सी की डीपीआर इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड ने बनाई है। डीपीआर का शासन की पीपीपी परियोजना के लिए गठित वैल्युवेशन कमेटी भी अध्ययन कर चुकी है। रिपोर्ट को पास करने से पहले कमेटी ने कहा था कि जिन देशों में पॉड टैक्सी चल रही है, वहां का अध्ययन कराया जाए। उसके लाभ-हानि के बारे में पता किया जाए। तब इस पर आगे बढ़ा जाएगा। जिन देशों में पॉड टैक्सी चल रही है, यमुना प्राधिकरण ने उनकी रिपोर्ट डीपीआर बनाने वाली कंपनी से मांगी थी।
अबू धाबी और कोरिया की रिपोर्ट होगी फेल
बुधवार को यमुना प्राधिकरण में आयोजित बैठक में इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है। रिपोर्ट में बताया गया कि दुनियाभर में 18 देशों में पॉड टैक्सी की शुरुआत की गई। वर्तमान में आठ देशों में पॉड टैक्सी चल रही है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इन देशों में 2011-12 से पॉड टैक्सी चल रही है। लंदन की पॉड टैक्सी फायदे में और अबू धाबी की परियोजना घाटे में चल रही है। कोरिया की पॉड टैक्सी नो प्राफिट नो लॉस में है। यहां पर कॉरिडोर की लंबाई पांच किमी है। एक पॉड में छह यात्री सफर कर सकते हैं। यमुना प्राधिकरण अब यह रिपोर्ट शासन को भेजेगा। शासन इसका अध्ययन करेगा। उम्मीद है कि इसको लेकर इस महीने के अंत तक बैठक हो सकती है।