Greater Noida : ग्रेटर नोएडा पुलिस ने बुधवार को बड़ी कामयाबी हासिल की है। दिल्ली-एनसीआर से काफी वाहन चोरी करने वाले 5 बदमाशों को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन बदमाशों ने बीते दिनों ग्रेटर नोएडा के बीटा-2 थाना क्षेत्र अंतर्गत अल्फा के पास 2 गाड़ियां चोरी हुई थी। इस मामले में पुलिस ने तत्काल दो टीमों का गठन किया और चोरों तक पहुंच गई। ग्रेटर नोएडा पुलिस ने गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद और दिल्ली से वाहन चोरी करने वाले 5 लोगों को धर दबोचा है। इन लोगों से पूछताछ कर रही है।
4 टीमों ने 500 कैमरों की जांच की
ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी विशाल पांडे बताया कि बीते दिनों ग्रेटर नोएडा के अल्फा गोलचक्कर के पास से दो गाड़ियां चोरी हुई थी। इस मामले में गाड़ी के मालिकों ने बीटा-2 थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया था। पुलिस ने इस मामले में बीटा-2 थाना प्रभारी के नेतृत्व में तत्काल 4 टीमों का गठन किया और जांच शुरू कर दी। विशाल पांडे ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में ग्रेटर नोएडा से लेकर ग्वालियर तक करीब 500 सीसीटीवी कैमरों की जांच की। जिसमें दोनों चोरी की गाड़ियों को अज्ञात चोर ले जाते हुए नजर आ रहे हैं। पुलिस ने सर्विलांस के माध्यम से 5 बदमाशों को धर दबोचा है, जो काफी शातिर किस्म के बदमाश है।
गौतमबुद्ध नगर समेत पूरे एनसीआर में मुकदमे दर्ज
बदमाशों की पहचान दीपक कुमार निवासी दनकौर, रोहित कुमार निवासी दनकौर, गब्बर निवासी दनकौर, भानु प्रताप सिंह निवासी मथुरा और इरफान निवासी मध्य प्रदेश के रूप में हुई है। पुलिस को जांच में पता चला है कि इन सभी बदमाशों ने अभी तक दिल्ली-एनसीआर में डेढ़ दर्जन से भी ज्यादा वाहनों की चोरी को अंजाम दिया है। इन बदमाशों के खिलाफ सिर्फ नोएडा ग्रेटर नोएडा ही नहीं बल्कि गाजियाबाद में भी मुकदमे दर्ज हैं। इनमें से रोहित काफी शातिर बदमाश है। इन बदमाशों ने ग्रेटर नोएडा वेस्ट से भी एक गाड़ी को चोरी किया था।
X-TOOLS डिवाइस से करते थे वाहनों की चोरी
विशाल पांडे ने बताया कि इन बदमाशों ने X-TOOLS डिवाइस के माध्यम से वाहनों की चोरी करना सीखा था। अभी तक की जांच में पता चला है कि यह लोग दिल्ली-एनसीआर और गौतमबुद्ध नगर से वाहनों की चोरी करके दूसरे इलाकों में बेचते थे। यह लोग चोरी किए गए वाहनों की ऑनलाइन कीमत भी लगाते थे। पुलिस इस गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में पूछताछ कर रही है। ग्रेटर नोएडा के डीसीपी ने इस गैंग का खुलासा करने वाली टीम को ₹20,000 का इनाम देने की घोषणा की है।