ग्रेटर नोएडा के जारचा पुलिस की टीम के साथ मारपीट करने के आरोप में बिसाहड़ा गांव के प्रधान और एक अन्य युवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि फैक्ट्री में काम करने वाले गांव के एक मजदूर की मौत हो गई थी। जिसके बाद मुआवजे की मांग को लेकर प्रधान और ग्रामीणोें ने फैक्ट्री में हंगामा किया था। इस दौरान प्रधान की पुलिसकर्मी के साथ बहस हो गई। पुलिस के मुताबिक प्रधान ने सिपाही के साथ मारपीट कर दी। अब जारचा पुलिस ने प्रधान और एक अन्य को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
बीते 21 मार्च को बिसाहडा गांव के पारस सीमेंट चादर फैक्ट्री में कार्यारत मुकेश ऊर्फ मूला की काम करने के दौरान मौत हो गई थी। जिसके बाद गांव के प्रधार हरिओम राणा के साथ सैंकड़ों ग्रामीण फैक्ट्री में पहुंच गए। ग्रामीण शव को फैक्ट्री परिसर में रखकर हंगामा करने लगे। ग्रामीणों की मांग थी की मृतक के परिवार को आर्थिक मदद और परिवार से एक सदस्य के नौकरी दी जाए। इस दौरान हंगामे की सूचना पर जारचा पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंच गई।
आरोप है कि इस दौरान एक सिपाही और प्रधान की कहासुनी हो गई। जिसमें प्रधान ने सिपाही से मारपीट कर दी। एसओ जारचा श्रीपाल सिंह ने बताया कि फैक्ट्री की सीसीटीवी फुटैज में स्पष्ट देखा जा रहा है कि प्रधान और उसके समर्थकों ने मारपीट की है। इस मामले में गांव के ही दीपक को भी जेल भेजा गया है।