ग्रेटर नोएडा के कासना कस्बे में शुक्रवार की रात एक ढाबे पर खाना खाने पहुंचे समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अक्षय यादव के गनर ने अपने साथियों के साथ मिलकर खूब उत्पात मचाया है। सपा नेता के गनर ने मुफ्त में खाना नहीं खिलाने पर संचालक पर ताबड़तोड़ फायरिंग की है। ढाबा संचालक ने किसी तरह छिपकर अपनी जान बचाई है। उसने पुलिस को सूचना दी। कासना कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी गनर और उसके साथियों को धर दबोचा। पुलिस ने आरोपी गनर के पास से एक रिवाल्वर और दो एसयूवी गाड़ी बरामद की हैं। पुलिस ने पकड़े गए आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
बुलंदशहर के मकनपुर गांव के रहने वाले दो सगे भाई कपिल और अमित का कस्बे में ढाबा-रेस्टोरेंट है। कपिल ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार की रात उसका भाई अमित ढाबे पर बैठा था। इसी बीच सपा नेता रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव की सुरक्षा में तैनात सिपाही सोनू भाटी अपने तीन साथियों के साथ ढाबे पर पहुंचे और मुफ्त में खाना खिलाने का दबाव बनाने लगे। अमित ने कहा कि अब खाना नहीं है और वह ढाबा बंद कर घर जा रहे हैं। अमित के मना करने पर आरोपी आग बबूला हो गए और हंगामा करने लगे। इसी बीच सपा नेता सुरक्षा में तैनात सिपाही सोनू भाटी ने अपनी रिवाल्वर से ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। इस बीच ढाबे पर भगदड़ मच गई। ढाबा संचालक और कर्मचारियों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी गई। कासना कोतवाली के प्रभारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और चारों दबंगों को घटनास्थल पर धर दबोचा।
कोतवाली के प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान सोनू भाटी और सतेंद्र भाटी निवासी देवटा (ग्रेटर नोएडा), शिवम सिंह (निवासी मेरठ) और दुर्गेश (निवासी फिरोजाबाद) के रूप में हुई है। पुलिस ने इनके पास से एक रिवाल्वर दो एसयूवी गाड़ी बरामद की हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ जानलेवा हमला करने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है।
ग्रेटर नोएडा के एडिशनल डीसीपी विशाल पांडेय ने बताया कि सपा नेता के गनर आरोपी सिपाही सोनू भाटी और उसके तीन साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने इनके खिलाफ जानलेवा हमला करने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पकड़े गए चारों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।