आईएएस ऋतु सुहास ने फिर बिखेरा जलवा, सीता वेश में दिग्गज मॉडल्स को किया फेल, Video

खास खबर : आईएएस ऋतु सुहास ने फिर बिखेरा जलवा, सीता वेश में दिग्गज मॉडल्स को किया फेल, Video

आईएएस ऋतु सुहास ने फिर बिखेरा जलवा, सीता वेश में दिग्गज मॉडल्स को किया फेल, Video

Tricity Today | आईएएस ऋतु सुहास

Greater Noida/ Lucknow : जहां एक तरफ गौतमबुद्ध नगर के तत्कालीन जिलाधिकारी और वरिष्ठ आईएएस अफसर सुहास एलवाई बैडमिंटन में भारत का नाम पूरी दुनिया में रोशन कर रहे हैं तो वहीं उनकी बीवी ऋतु सुहास भी काम नहीं है। हाल ही में लखनऊ में उत्तर प्रदेश रेशम निदेशालय एवं खादी विभाग के द्वारा फैशन शो का आयोजन किया गया। इस फैशन शो में आईएएस ऋतु सुहास सीता के वेश में नजर आई। उन्होंने जब रैंप वॉक किया तो कई दिग्गज महिला मॉडल्स को फेल कर दिया। उन्होंने भारतीय वेशभूषा और संस्कृति को प्रमोट करते हुए रामलीला मंचन में सीता का रूप धारण किया है। उनकी फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। ऋतु सुहास के पास इस समय अतिरिक्त निदेशक शहरी स्थानीय निकाय की जिम्मेदारी है। पूरी दुनिया में खादी प्रसिद्ध है तो हम इससे क्यों भागें? : ऋतु सुहास
इस दौरान ऋतु सुहास ने कहा, "केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने खादी को बढ़ावा देने का प्रयास किया है। इसी के मद्देनजर खादी से बने कपड़ों के लिए फैशन शो का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मकसद खादी को लोगों की नजर में लाना है, ताकि अपने कल्चर के प्रति लोग आकर्षित हों।" ऋतु ने आगे कहा, "खादी का मतलब सिर्फ कुर्ता, पायजामा ही नहीं बल्कि आज जिस तरह के भी ड्रेस चाहिए, सब उपलब्ध हैं। अगर हम खुद को प्रमोट नहीं करेंगे तो हमें कौन प्रमोट करेगा? पूरी दुनिया में खादी प्रसिद्ध है तो हम इससे क्यों भागें?"

मिसेज इंडिया-2019 रह चुकीं आईएएस अफसर ऋतु सुहास
ऋतु सुहास 2004 बैच की पीसीएस अफसर थीं और हाल ही में उनको सरकार ने प्रमोट किया है। अफसर होते हुए मिसेज इंडिया-2019 का खिताब जीतने वाली ऋतु सुहास प्रतियोगी स्टूडेंट के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं, क्योंकि कभी उनके पास कोचिंग और अखबार के लिए महीने के पूरे होने नहीं होते थे। उन्होंने अपनी एक सहेली के नोट्स के माध्यम से सेल्फ स्टडी करके अपना मुकाम हासिल किया है। 

छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर की शुरुआत
ऋतु ने एक साक्षात्कार के दौरान बताया था, उनके घर में फाइनेंसियल प्रॉब्लम काफी ज्यादा थीं, कोचिंग की फीस जमा करने के लिए पैसे नहीं थे। एक इंग्लिश न्यूज पेपर डेली पढ़ती थीं। लेकिन, महीने में पैसे देने के लिए नहीं जुट पाते थे। इसलिए छोटे-छोटे बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। ऋतु सुहास ने 2003 में पीसीएस की तैयारी करने का डिसीजन किया था। रिश्तेदार घर से बाहर निकलकर पढ़ाई करने से खुश नहीं थे। लेकिन, पैरेंट्स ने पूरा सपोर्ट किया। मां एक-एक पैसे जोड़ा करती थी। ताकि सारे भाई-बहन की छोटी-छोटी जरुरतें पूरी हो सकें। 

2008 में हुई सुहास एलवाई से शादी 
ऋतु के पति सुहास एलवाई नोएडा के जिलाधिकारी रह चुके हैं। सुहास एलवाई इस समय उत्तर प्रदेश सरकार में खेल एवं युवा कल्याण के सचिव और महानिदेशक युवा कल्याण एवं पीआरडी पद पर तैनात हैं। ऋतु ने बताया कि मेरी एक फ्रैंड थी, वह भी पीसीएस की कोचिंग करती थी। मैं रोज शाम को उसके घर जाकर उसके नोट्स से अपना नोट्स तैयार करती थी। बाद में उसे पढ़ा करती थी। मेरी मैरिज 2008 में सुहास एलवाई से हुई थी, अब हमारे 2 बच्चे हैं। आपको बता दें कि आईएएस सुहास एलवाई भी बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं। वह देश के इकलौते प्रशासनिक अधिकारी हैं, जो ओलंपियन हैं। पिछले पैरा ओलंपिक में सुहास एलवाई ने रजत पदक हासिल किया था।

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