Greater Noida News : यमुना नदी के डूब क्षेत्र में अवैध स्वीमिंग पूलों की बढ़ती संख्या ने स्थानीय निवासियों के लिए खतरे की घंटी बजा दी है। इन पूलों पर लाइफगार्ड की कोई व्यवस्था नहीं है और इसके बावजूद यहां कॉमर्शियल गतिविधियां हो रही हैं। स्वीमिंग पूलों में प्रति घंटे 50 से 60 रुपये की फीस लेकर बच्चों को स्वीमिंग सिखाई जा रही है। जबकि इनका पंजीकरण भी नहीं कराया गया है।
स्वीमिंग पूलों को सील नहीं किया
इन अवैध स्वीमिंग पूलों के संचालकों ने स्थानीय खेल विभाग की लापरवाही का फायदा उठाया है। बुधवार को खेल विभाग द्वारा की गई जांच में यह पाया गया कि इन पूलों का कोई पंजीकरण नहीं है और न ही इन्हें सरकार द्वारा अनुमोदित किया गया है। विभाग ने केवल जुर्माना लगाया और स्वीमिंग पूलों को सील करने की बजाय इन्हें खुला छोड़ दिया। इसके चलते इन पूलों में खेल विभाग की ओर से किसी भी प्रकार की निगरानी की कमी है।
लाइफगार्ड की कोई व्यवस्था नहीं
स्वीमिंग पूलों की गहराई 5 से 7 फीट की है और यहां लाइफगार्ड की अनुपस्थिति को लेकर कोई कदम नहीं उठाए गए हैं। इस लापरवाही के चलते किसी भी समय बड़ा हादसा हो सकता है। स्थानीय निवासी और सुरक्षा विशेषज्ञों ने इस स्थिति को गंभीरता से लेते हुए तत्काल कार्रवाई की मांग की है। अधिकारियों की यह चुप्पी और लापरवाही इस बात की ओर इशारा करती है कि स्विमिंग पूल संचालकों को नियमों और सुरक्षा मानकों का पालन कराने में कोताही बरती जा रही है।