जानिए गुरु अस्त होने पर वह कौन सी चार राशियां हैं जिनकी बदलेगी किस्मत

धर्म कर्म : जानिए गुरु अस्त होने पर वह कौन सी चार राशियां हैं जिनकी बदलेगी किस्मत

जानिए गुरु अस्त होने पर वह कौन सी चार राशियां हैं जिनकी बदलेगी किस्मत

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

- गुरु अस्त होने के बाद कई तरह के मांगलिक कार्य में लग जाती है रोक इसके अलावा यह काम हो सकेंगे

- 16 जनवरी की रात 3:17 पर गुरु हुआ अस्त, विभिन्न ग्रहों के सहयोग से 4 राशियों को मिलेगा फायदा
 

16 जनवरी की रात 3:17 पर गुरु अस्त हो गया है। बावजूद इसके गुरु के अस्त होने पर चार राशि ऐसी है, जिनकी किस्मत गुरु के अस्त होने से बदलने वाली है। गुरु के अस्त होने पर कई तरह के शुभ कार्य भी नहीं होते हैं। ऐसे में हम आपको यह भी बताएंगे कि ऐसे कौन से कार्य है जो गुरु अस्त होने के बावजूद किए जा सकते हैं।

ज्योतिषाचार्य कर्मकांड विशेषज्ञ पंडित उत्तम तिवारी ने जानकारी दी कि 16 जनवरी को गुरु अस्त होने के बाद अन्य ग्रहों की स्थिति काफी शुभकारी है। इनमें सूर्य मकर राशि में चंद्रमा कुंभ राशि में और राहु और केतु भी अपनी सीध पर मौजूद है। ऐसे में गुरु के अस्त हो जाने पर कई राशियां ऐसी भी हैं जिन्हें 1 महीने तक बेहतरीन लाभ हासिल होगा। ग्रहों के सकारात्मक प्रभाव की वजह से इन राशियों को सूर्य और शनि अपना सकारात्मक परिणाम देंगे। इन राशियों के जातकों को राहु और केतु संबंधी नकारात्मक उर्जा का भी भय नहीं होगा।

सिंह राशि : सिंह राशि के जातक काफी समय से क्रोध की वजह से अपना काम बिगाड़ रहे थे। उनके साथ अब यह स्थिति नहीं रहेगी। सिंह राशि वाले जातकों को व्यापार और नौकरी क्षेत्र में नए अवसर मिलेंगे बल्कि उन्हें सफलता भी हासिल होगी।

मेष राशि : मेष राशि के जातकों को गुरु का अस्त होना मानसिक शांति लेकर आएगा। इसके अलावा मेष राशि के जातकों को कहीं फंसा हुआ धन वापस मिल सकता है। रोजगार या व्यापार क्षेत्र में भी पदोन्नति या लाभ हासिल होगा।

वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि के जातकों को गुरु के अस्त होने पर तनाव संबंधी समस्या से छुटकारा हासिल होगा। व्यापारिक संबंध मजबूत होंगे। काफी समय से रुके हुए कार्य फलीभूत होंगे। संतान संबंधी यदि किसी तरह की समस्या है तो वह भी दूर होगी।

वृष राशि : वृष राशि के जातकों को गुरु के अस्त होने पर व्यापारिक और नौकरी संबंधी लाभ हासिल होगा। किसी तरह का नया काम शुरू करने जा रहे हैं तो यह समय उपयुक्त है। स्वास्थ्य संबंधी समस्या का भी निराकरण होगा।

यह काम हो जायेंगे बंद : नीव पूजन, भूमि पूजन, गृह प्रवेश, मुंडन संबंधी संस्कार, नए कार्य का प्रारंभ, विवाह, प्राण प्रतिष्ठा समारोह सहित अन्य कार्य गुरु अस्त होने के साथ ही बंद हो जाएंगे।

यह शुभ काम हो सकेंगे : बच्चे का नामकरण, भूमि खरीद, धातु खरीद, हवन पूजन, सगाई सहित अन्य शुभ कार्य गुरु अस्त होने के बावजूद भी शास्त्रोक्त किए जा सकते हैं।

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