Greater Noida News : शिक्षा विभाग ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसके बाद लाखों अभिभावकों की नींद उड़ गई है। ये लाखों अभिभावक अकेले गौतमबुद्ध नगर में है। शिक्षा विभाग ने फैसला लिया है कि 6 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद ही बच्चों को पहली क्लास में एंट्री मिलेगी। यानी कि जो बच्चा 6 वर्ष पूरे कर लेगा, उसको ही कक्षा एक में आने की अनुमति मिलेगी। अन्यथा उसको यूकेजी में दोबारा से पढ़ाई करनी होगी।
1 या 2 अप्रैल भी नहीं चलेगी
नई शिक्षा नीति के मुताबिक, जो बच्चा 31 मार्च 2024 तक 6 वर्ष की आयु पूरी कर लेगा। उसको ही पहली क्लास में बैठने की अनुमति होगी। अन्यथा वह पहली क्लास में नहीं बैठ सकेगा। नई शिक्षा नीति के मुताबिक जो बच्चा 1 या 2 अप्रैल को 6 वर्ष की आयु पूरा कर रहा है, उसको भी अनुमति नहीं मिलेगी।
यूकेजी की पढ़ाई दोबारा करनी होगी
ऐसे में अब गौतमबुद्ध नगर के लाखों अभिभावकों की परेशानी बढ़ गई है। क्योंकि जिन अभिभावकों के बच्चे 5 साल या उससे कम उम्र में पहली क्लास में बैठने वाले हैं, उनको दोबारा से यूकेजी की पढ़ाई करनी होगी और 6 साल पूरे होने के बाद ही वह पहली क्लास में आ सकेगा। शिक्षा विभाग ने साफतौर पर कहा है कि पूरे यूपी में इस नीति को प्रमुखता से लागू किया जाए।
"शासन की नीतियों पर खरा उतरना होगा"
इस मामले में गौतमबुद्ध नगर के बेसिक शिक्षा अधिकारी राहुल पंवार का कहना है कि जिले के सभी प्राइवेट और सरकारी स्कूलों को नई शिक्षा नीति का पालन करने के लिए निर्देश दिए गए हैं। जो विद्यालय इस नियम का पालन नहीं करेगा, उसके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। यह नीति शासन के द्वारा लागू की गई है और हम सभी को शासन की नीतियों पर खरा उतरना होगा।