रेलवे ब्रिज के लिए गई जमीन, लेकिन अभी तक नहीं मिला मुआवजे का पैसा

ग्रेटर नोएडा में रसूखदार के कारण नहीं मिल रहा 5 लोगों को इंसाफ : रेलवे ब्रिज के लिए गई जमीन, लेकिन अभी तक नहीं मिला मुआवजे का पैसा

रेलवे ब्रिज के लिए गई जमीन, लेकिन अभी तक नहीं मिला मुआवजे का पैसा

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Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा में स्थित बोड़ाकी गांव में रहने वाले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर एडीएमएलए गौतमबुद्ध नगर, दादरी के तहसीलदार और तमाम अधिकारियों को चिट्ठी लिखी है। पीड़ित की जमीन रेलवे ब्रिज में गई है, लेकिन उस जमीन के एवज में जो पैसे मिलने है, उसमें कुछ लोग आपत्ति कर रहे है। जिसकी वजह से पीड़ित की इंसाफ और मुआवजा नहीं मिल पा रहा। पीड़ित को 

100 सालों से जमीन पर कब्जा
चिट्ठी के मुताबिक सूरज बली, हरवती देवी, विजय सिंह, अजब सिंह भाटी और अशोक कुमार ग्राम चमरावती बोड़ाकी गांव में रहते हैं। सूरज बली ने शिकायत देते हुए बताया कि कचरा संख्या 663 में उनके करीब डेट बीघा जमीन है। इस जमीन पर वह करीब 100 सालों से यह रहे हैं।

रेलवे ब्रिज के लिए गई जमीन
सूरज ने बताया कि जिस जमीन पर वह 100 सालों से रह रहे हैं, उस जमीन पर रेलवे ब्रिज बनना है। जमीन के एवज में उनको और उनके भाइयों को मुआवजा भी मिल गया है। इसके अलावा इनका घर भी टूटा था। उसके आवाज में भी पैसे मिल गए हैं। अब आरएनआर के तहत सूरज बली समेत सभी को 10-10 लाख रुपये मिलने है। 

रसूखदार और उसके भाइयों ने जताई आपत्ति
जानकारी के मुताबिक जिस जमीन पर रेलवे ब्रिज बनना है। उस जमीन पर  सूरज बली, उसकी मां और भाइयों का कब्जा है। लेकिन उस खेत के दस्तावेज पर एक रसूखदार और उसके भाइयों के नाम भी लिखे हुए हैं। पीड़ित का कहना है कि आरएनआर के पैसे लेने के लिए रसूखदार और उसके भाइयों बीच में आपत्ति कर रहे है। जिसकी शिकायत पीड़ित ने योगी आदित्यनाथ से लेकर तमाम प्रशानिक अफसरों से की है। पीड़ित ने मदद की गुहार लगाई है।

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