ग्रेटर नोएडा जेपी ग्रीन में अवैध टीकाकरण केस में कार्रवाई शुरू, अलीगढ़ यूपीएचसी के प्रभारी हटे

बड़ी खबर: ग्रेटर नोएडा जेपी ग्रीन में अवैध टीकाकरण केस में कार्रवाई शुरू, अलीगढ़ यूपीएचसी के प्रभारी हटे

ग्रेटर नोएडा जेपी ग्रीन में अवैध टीकाकरण केस में कार्रवाई शुरू, अलीगढ़ यूपीएचसी के प्रभारी हटे

Google Image | जेपी ग्रीन में अवैध टीकाकरण केस में कार्रवाई शुरू

  • सबसे पहले पुलिस टीका लगवाने वाले 187 लोगों से पूछताछ कर रही है
  • इस मामले में आयोजकों सहित अन्य पर पहले से FIR दर्ज है
  • अलीगढ़ पुलिस ने भी मामला दर्ज कर संबंधित बाबुओं और अफसरों से पूछताछ शुरू कर दी है
  • नौरंगाबाद यूपीएचसी के प्रभारी डॉक्टर रमैया पिल्लई को वहां से हटा दिया गया है
  • जेपी ग्रीन सोसाइटी में 21 मई तथा 27 मई को कोविड टीकाकरण के लिए अवैध रूप से एक शिविर लगाया गया
ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 क्षेत्र के जेपी ग्रीन सोसाइटी में फर्जी तरीके से कोरोना का टीका लगाने के मामले में पुलिस ने कार्रवाई आरम्भ कर दी है। सबसे पहले पुलिस उन 187 लोगों से पूछताछ कर रही है, जिनको अवैध रूप से आयोजित शिविर में टीका लगाया गया। उनसे पता करने की कोशिश की जा रही है कि शिविर में टीका लाने वाले लोग कौन थे? इस मामले में आयोजकों सहित अन्य पर पहले से FIR दर्ज है। साथ ही अलीगढ़ पुलिस ने भी मामला दर्ज कर संबंधित बाबुओं और अफसरों से पूछताछ शुरू कर दी है। लापरवाही बरते जान को लेकर नौरंगाबाद यूपीएचसी के प्रभारी डॉक्टर रमैया पिल्लई को वहां से हटा दिया गया है। हालांकि इस बड़े मामले में बीटा-2 पुलिस आरोपी शुभ गौतम सहित 5 लोगों को अभी तक गिरफ्तार नहीं कर पाई है। 

5 के खिलाफ दर्ज है मामला
पुलिस उपायुक्त (जोन तृतीय) राजेश कुमार सिंह ने बताया कि थाना बीटा-2 क्षेत्र में स्थित जेपी ग्रीन सोसाइटी में 21 मई तथा 27 मई को कोविड टीकाकरण के लिए अवैध रूप से एक शिविर लगाया गया। इस शिविर में 187 लोगों को को-वैक्सीन की डोज दी गई। टीकाकरण कराने वाले लोगों को जो प्रमाण-पत्र दिया गया, उसमें टीकाकरण केंद्र में जनपद अलीगढ़ दर्ज था। इसके बाद यह मामला चर्चा में आया। इसके बाद मामले की स्वास्थ विभाग द्वारा जांच कराई गई। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नीरज त्यागी ने थाना बीटा-2 में शुभ गौतम सहित पांच लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी एवं महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया। 

मास्टर माइंड की तलाश
डीसीपी ने बताया कि जेपी ग्रीन्स के आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों से भी बातचीत की जा रही है। पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि किस माध्यम से अलीगढ़ जनपद से यहां तक टीका लाया गया था। इस मामले में अलीगढ़ पुलिस ने भी मामला दर्ज कर लिया है। जांच शुरू कर दी है। पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि औरंगाबाद प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए निर्धारित कोविड-19 टीके ग्रेटर नोएडा कैसे पहुंचे? इसका मास्टरमाइंड कौन था? साथ ही वह यह भी पता लगाने का प्रयास कर रही है कि ग्रेटर नोएडा में हुए टीकाकरण में जनपद अलीगढ़ के स्वास्थ्य विभाग के कितने कर्मचारी शामिल थे। 

अलीगढ़ में कार्रवाई
नौरंगाबाद यूपीएचसी पर 32 खाली वायल मिलीं हैं। यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि क्या यही वायल नोएडा लाई गईं थी। अलीगढ़ के सीएमओ डॉक्टर बीपी सिंह कल्याणी ने बताया कि घटना की रिपोर्ट थाने में दर्ज करा दी गई है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी होगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरते जान को लेकर नौरंगाबाद यूपीएचसी के प्रभारी डॉक्टर रमैया पिल्लई को वहां से हटा दिया गया है। संविदा पर तैनात स्टाफ नर्स पुष्पा देवी की सेवा समाप्त कर दी गई है। एक-दो दिन में नए प्रभारी की तैनाती कर दी जाएगी। विभाग पुलिस की पूरी मदद कर रहा है। हर आरोपी को सजा दिलाई जाएगी।

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