Lucknow News : उत्तर प्रदेश सरकार ने शीर्ष प्रशासनिक अमले में बड़ा बदलाव किया है। उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास विभाग के प्रमुख सचिव नरेंद्र भूषण की छुट्टी कर दी गई है। उन्हें उद्योग विभाग से हटाकर प्रतीक्षा में डाल दिया गया है। दरअसल, नरेंद्र भूषण उत्तर प्रदेश ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट जैसे महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल कर बैठे हुए थे। वह जिन औद्योगिक विकास प्राधिकरणों के चेयरमैन थे, वहां के कामकाज में भी अड़ंगे लगा रहे थे। सारी जानकारी लगातार मुख्यमंत्री तक पहुंच रही थीं।
बतौर प्रमुख सचिव दागियों को प्राइम पोस्टिंग दीं
नरेंद्र भूषण ने उद्योग विभाग में प्रमुख सचिव रहते हुए पिछले महीने हुई ट्रांसफर पोस्टिंग में अजीबोगरीब स्थिति पैदा कर दी थी। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी से जिन दागी अफ़सरों को सरकार ने हटाया था, उन तमाम अधिकारियों को नरेंद्र भूषण ने मलाईदार पोस्ट देकर वापस भेज दिया था। इनमें वह तमाम अफ़सर शामिल हैं, जिनके खिलाफ़ घपले, घोटालों और अनियमितताओं की जांच चल रही हैं। इतना ही नहीं, नरेंद्र भूषण ने इन तमाम अफ़सरों के ख़िलाफ़ चल रही जांच ठंडे बस्ते में डलवा दी थीं। उद्योग विभाग से पहले नरेंद्र भूषण लोक निर्माण विभाग में प्रमुख सचिव बनाए गए थे। वहां भी ट्रांसफर पोस्टिंग में बढ़ा बवाल हुआ था। ग्रेटर नोएडा में बतौर मुख्य कार्यपालक अधिकारी लंबे अरसे काम किया, इस दौरान उनकी कार्यप्रणाली को लेकर शहर के लोग परेशान रहे। नरेंद्र भूषण के कार्यकाल के दौरान ग्रेटर नोएडा शहर अपने सबसे बुरे दौर से गुज़रा था। अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि उनके कार्यकाल में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण पर कर्ज़ घटने की बजाए बढ़ता चला गया था। अथॉरिटी में अनुशासनहीनता चरम पर पहुंच गई थी।
इनका भी ट्रांसफर हुआ
उत्तर प्रदेश शासन ने यूपीपीसीएल के चेयरमैन एम देवराज को भी हटा दिया है। केंद्र से लौटे आईएएस आशीष गोयल को यूपीपीसीएल का चेयरमैन बनाया गया है। इसके अलावा देवराज को प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कल्पना अवस्थी को उत्तर प्रदेश प्रशासन एवं प्रबन्धन अकादमी का प्रभार सौंपा है। आईएएस अनिल सागर को आईटी इलेक्ट्रॉनिक्स का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।