सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष भी रिश्तों के लिए त्याग करते हैं

ग्रेटर नोएडा में लक्ष्मी सिंह बोलीं-  सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष भी रिश्तों के लिए त्याग करते हैं

सिर्फ महिलाएं ही नहीं बल्कि पुरुष भी रिश्तों के लिए त्याग करते हैं

Tricity Today | Police Commissioner Laxmi Singh

Greater Noida News : गौतमबुद्ध नगर पुलिस और शारदा यूनिवर्सिटी ने मिलकर 3 साल पहले पारिवारिक विवाद समाधान क्लिनिक (Family Dispute Resolution Clinic) का शुभारंभ किया। इस क्लिनिक को 3 साल पूरे हो गए हैं। इस मौके पर एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क कोतवाली में किया गया। इस दौरान गौतमबुद्ध नगर की पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने काफी बड़ी बात बोली। उन्होंने कहा, "एक महिला अपने घर को बनाए रखने के लिए त्याग करती है, लेकिन पुरुष भी पीछे नहीं है। अपने परिवार को जोड़ने के लिए पुरुष भी काफी प्रकार के त्याग करते हैं। यह बातें एक-दूसरे को समझ नहीं चाहिए।"

"कई काउंसलिंग के बाद जुड़ता है परिवार"
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने आगे कहा, "इस क्लिनिक की स्थापना पारिवारिक विवाद को खत्म करने के लिए की गई। पुलिस के सामने काफी प्रकार के पारिवारिक मामले आते हैं। अधिकतर देखा गया है कि दोनों के बीच संबंध, मनमुटाव, एक दूसरे से दूरी बनाना और शराब पीने की वजह से परिवार में विवाद होता हैं। दोनों के बीच काउंसलिंग करवाई जाती है और समाधान करवाया जाता है। अगर पहली काउंसलिंग में कोई समाधान नहीं निकालकर आता तो दूसरी काउंसलिंग की जाती है। दूसरी काउंसलिंग में कोई समाधान निकलता नहीं है तो तीसरी और फिर चौथी काउंसलिंग की भी नौबत आ जाती है।"

एफआईआर दर्ज करना सबसे आसान, लेकिन...
उन्होंने आगे कहा, "पुलिस के लिए सबसे सरल काम एफआईआर दर्ज करना है। चाहे तो पुलिस शिकायत आते ही तुरंत मुकदमा दर्ज कर ले, लेकिन पुलिस भी आप सभी के बीच में से है। हम सभी जानते हैं कि मुकदमा दर्ज होने के बाद उसका समाधान होना संभव नहीं है। उसके बावजूद भी हम सरल रास्ते मुकदमा दर्ज करने को छोड़कर कठोर रास्ते दोनों के बीच काउंसलिंग करवाते हैं।"

"घर बनाने के लिए पुरुष भी त्याग करता है"
पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने आगे, "एक महिला अपने घर को बनाने के लिए त्याग देती है और इसको सभी लोग जानते हैं। लेकिन एक पुरुष भी अपने घर को बनाने के लिए काफी त्याग करता है। यह दोनों बातें एक-दूसरे को समझना चाहिए। एक दूसरे से संपर्क बनाना चाहिए। इसी से मनमुटाव खत्म होता है।

तीन सालों में 87 प्रतिशत मामलों का निपटारा
लक्ष्मी सिंह ने आगे कहा, "किसी भी टूटते परिवार को जोड़कर रखना बड़ा कठिन काम होता है। नोएडा पुलिस और शारदा यूनिवर्सिटी के द्वारा स्थापित किए गए Family Dispute Resolution Clinic के जरिए 100 में से 87 प्रतिशत मामलों को सुलझाया गया, यही इस क्लिनिक की निशानी है।"

"परिवार टूटने पर सभी को कष्ट होता है"
लक्ष्मी सिंह आगे बोलीं, "अगर रिश्तों में गांठ एक बार बांध जाती है तो वह खुलनी आसान नहीं होती। हम महिला को यह भी समझते हैं कि केवल आपका कष्ट नहीं है, बल्कि सामने वाले को भी कष्ट होता है। एक दूसरे की कष्ट की मर्यादा को जिस दिन हम रखना सीख लेंगे। उस दिन पारिवारिक विवाद आने खत्म हो जाएंगे और हम 100 प्रतिशत सफल हो जाएंगे।"

जल्द नोएडा और सेंट्रल नोएडा में खुलेंगे ऐसे क्लिनिक
लक्ष्मी सिंह ने इस दौरान कहा, "हमारा प्रयास है कि आगामी दिनों में नोएडा और सेंट्रल नोएडा में भी इस तरीके का फैमिली क्लिनिक खोला जाए। वहां पर भी बहुत सारे मामले आ रहे हैं। शारदा यूनिवर्सिटी के स्पेशलिस्ट पारिवारिक विवाद को खत्म करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इसके लिए मैं शायद यूनिवर्सिटी की बढ़ाई करूंगी। यह उनका कार्य नहीं है। शारदा यूनिवर्सिटी की चार्ट ऑफ ड्यूटी में यह काम नहीं आता है। यह चार्ट ऑफ ड्यूटी से अलग हटकर अपना काम कर रहे हैं।"

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