Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के निर्माणाधीन जेवर एयरपोर्ट के पास मौजूद रन्हेरा गांव की स्थिति में अभी तक सुधार नहीं हो पाया है। गांव में गली-मोहल्ले, चौराहों से लेकर सड़क तक सिर्फ पानी ही पानी नजर आ रहा है। हर जलभराव के चलते स्थिति भयावह है। वहीं, दूसरी तरफ प्रशासन दावा कर रही है कि तीन पंप लगाकर पानी को निकाला जा रहा है। लेकिन गांव के लोगों का कहना है कि हालात में कोई सुधार नहीं है।
ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, वीडियो वायरल
गुरुवार सुबह गांव के कुछ ग्रामीणों ने जलभराव की समस्या को बताते हुए अपनी वीडियो वायरल की है। ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। लोग पलायन करने को मजबूर हो रहे हैं। गांव की महिलाएं डरी हुई हैं। दैनिक जीवन भी काफी हद तक प्रभावित हुआ है। लेकिन हालात में कोई सुधार नहीं हो पाया है। प्रशासन के सभी दावे हवा-हवाई हैं। जिम्मेदार लोग शासन को दिखाने के लिए पंप लगाकर पानी निकाल रहा है, लेकिन नाले से जो पानी गांव में घुस रहा है उसका समाधान करने को तैयार नहीं है। जब तक नाले की मरम्मत कर उसके लेवल को ठीक नहीं किया जाएगा, तब तक जलभराव की स्थिति बनी रहेगी।
बीमारियां फैलना शुरू, बुखार और चर्म रोग के मरीज मिले
गांव में स्वास्थ्य विभाग ने कैंप लगाया हुआ है। कैंप में ग्रामीणों के स्वास्थ्य की जांच की जा रही है। सूत्रों से पता चला है कि कैंप में सबसे अधिक बुधार और चर्म रोग के मरीज मिल रहे हैं। ग्रामीणों को बुखार ने अपनी चपेट में ले लिया है। जबकि युवाओं और छोटे बच्चे चर्म रोग से पीड़ित हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीम बुखार से पीड़ित मरीजों पर नजर रख रही है। कैंप के पास एम्बूलेंस को भी तैनात किया गया है। अगर किसी ग्रामीण की हालत बिगड़ती है तो उसे तुरंत हायर सेंटर भेजा जाएगा।
डीजल खत्म होने से पंप हुआ बंद
रन्हेरा गांव में तालाब बन गया। लोगों के घरों में पानी घुस गया। जिससे ग्रामीण कई दिनों से नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को फटकार लगाई, जिसके बाद प्रशासन ने जलनिकासी के लिए बड़े पंप सेट लगाकर पानी निकालना शुरू कर दिया है। लेकिन तीन पंपों में से एक पंप बुधवार से बंद पड़ा है। बताया जा रहा है कि डीजल खत्म होने के चलते पंप बंद पड़ा है।
मकान क्षतिग्रस्त और फसलों को हुआ नुकसान
ग्रामीणों का आरोप है कि सिंचाई विभाग की लापरवाही के कारण पूरा गांव जलमग्न हो गया और लोगों का सबकुछ चौपट हो गया। पिछले 15 दिनों से रन्हेरा गांव में बाढ़ जैसे हालात हैं। जलभराव के कारण मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। वहीं फसलों को भी नुकसान पहुंचा है। ग्रामीणों को गंदे पानी के कारण बीमारी फैलने का डर सता रहा है।
विधायक ने मुख्य सचिव से की मुलाकात
जेवर विधायक धीरेंद्र सिंह ने इस मामले में संबंधित विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है और उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह से मुलाकात कर उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। विधायक ने कहा कि बारिश से पहले नालों की सफाई न होने के कारण जलनिकासी व्यवस्था ध्वस्त हो गई, जिससे ग्रामीण इलाकों में पानी भर गया। विधायक ने लापरवाही बरतने वाले संबंधित विभागों के अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
राज्य स्तरीय समिति करेगी नाले का निरीक्षण
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है साथ ही मुख्यमंत्री कार्यालय ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के प्रमुख अभियंता एवं विभागाध्यक्ष को 17 करोड़ की लागत से तैयार नाले की स्थिति का निरीक्षण करने के लिए राज्य स्तरीय समिति गठित करने के निर्देश दिए हैं।