Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण (Greater Noida Authority) ने निवासियों को गंगा की जल आपूर्ति करने के लिए पुरानी और जंग लगी पानी की पाइपलाइनों को बदलने की योजना पर काम शुरू किया है। यह निर्णय कई आवासीय क्षेत्रों में खराब जल आपूर्ति की शिकायतों के बाद लिया है। गंगा जल अवसंरचना परियोजना का उद्घाटन पिछले साल नवंबर में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था। जिसका उद्देश्य निवासियों को गंगा जल प्रदान करना था। क्योंकि प्राधिकरण का भूजल खारा है।
ग्रेटर नोएडा में फिर फटी गंगाजल की लाइन
शहर के सेक्टर बीटा-1 में शनिवार की रात गंगाजल की पाइपलाइन फट गई। एक्टिव सिटीजन टीम के सदस्य हरेंद्र सिंह भाटी ने बताया कि हाउस नंबर ई-281 के सामने गंगाजल वॉटर लाइन फट गई है। यहां पर बहुत ज़्यादा पानी की बर्बादी हो रही है।@OfficialGNIDApic.twitter.com/f6UA12UWP9
60% भूजल के साथ 40% गंगा जल
अथॉरिटी के अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में शहर की पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राधिकरण 60% भूजल के साथ 40% गंगा जल मिला रहा है। अधिकारियों ने कहा कि प्राधिकरण का लक्ष्य भविष्य में गंगा जल की मात्रा को बढ़ाना है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यकारी अधिकारी रितु माहेश्वरी ने कहा, "हम पानी के दबाव और गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए जंग लगी पाइपलाइनों पर काम कर रहे हैं। करीब 20 साल पहले बिछाई गई पानी की पाइपलाइनों में जगह-जगह रिसाव है। इनका उपयोग नहीं हो पाया है। जिससे जमीन में दबी लाइनें टूट गई हैं। इन्हें बदलने की जरूरत है। एक बार पाइपलाइन का समाधान हो तो निवासियों को गंगा मिलेगा, जिसके वे हकदार हैं।"
50 आवासीय सेक्टरों में होगी आपूर्ति
सीईओ ने आगे कहा, "दो मुख्य मुद्दे हैं जिन पर ध्यान देने की आवश्यकता है। पहला मुद्दा उन 22 सेक्टरों में पानी की गुणवत्ता और दबाव में सुधार करना है, जहां गंगा जल की आपूर्ति की जा रही है। दूसरा मुद्दा गंगा जल आपूर्ति को नए आवासीय क्षेत्रों में पहुंचाना है।" अधिकारियों के अनुसार ग्रेटर नोएडा में लगभग 50 आवासीय सेक्टर हैं, जहां प्राधिकरण गंगा जल आपूर्ति करने की योजना बना रहा है। क्योंकि इन सेक्टरों में खारे पानी की शिकायत है, जो पीने के लायक नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि शेष सेक्टरों को गंगा जल आपूर्ति से जोड़ने के लिए पानी की पाइपलाइन बिछाने की योजना बना रहे हैं।"
शहर के निवासी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं
ग्रेटर नोएडा में नागरिकों के एक समूह एक्टिव सिटिजन टीम के संस्थापक सदस्य हरेंद्र भाटी ने कहा, "निवासी पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हैं, क्योंकि पिछले साल नवंबर में गंगा जल आपूर्ति शुरू होने के बाद भी अधिकांश क्षेत्रों में गुणवत्ता की कमी है।" अधिकारियों के अनुसार वर्तमान में शहर की पानी की जरूरतों को पूरा करने के लिए प्राधिकरण 60% भूजल के साथ 40% गंगा जल मिला रहा है। अधिकारियों ने कहा कि प्राधिकरण का लक्ष्य भविष्य में गंगा जल की मात्रा को बढ़ाना है।