पीके कौशिक का यमुना अथॉरिटी से अटैचमेंट रद्द, यूपीएसाईडीए वापस भेजे गए

BIG BREAKING : पीके कौशिक का यमुना अथॉरिटी से अटैचमेंट रद्द, यूपीएसाईडीए वापस भेजे गए

पीके कौशिक का यमुना अथॉरिटी से अटैचमेंट रद्द, यूपीएसाईडीए वापस भेजे गए

Google Image | PK Kaushik

Greater Noida/Kanpur : नोएडा से स्थानांतरित होकर उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) कानपुर पहुंचे महाप्रबंधक पीके कोशिक संबद्धता के आधार पर यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Yamuna Authority) आ गए थे। मिड टर्म ट्रांसफर से बचने के लिए पीके कौशिक को अटैचमेंट के आधार पर यमुना अथॉरिटी भेजा गया था। अब उनका अटैचमेंट रद्द कर दिया गया है। औद्योगिक विकास विभाग ने पीके कोशिक को वापस यूपीएसआईडीए भेज दिया है। आपको बता दें कि गलत तरीके से किए गए पीके कौशिक के तबादले पर ट्राईसिटी टुडे ने विशेष समाचार प्रकाशित किए थे।

महज 6 महीनों में गौतमबुद्ध नगर वापस आए
पीके कोशिक की नियुक्ति नोएडा अथॉरिटी में हुई थी। औद्योगिक विकास विभाग के तहत प्राधिकरणों के लिए केंद्रीय कर्मचारी नियमावली बनने के बाद कौशिक का तबादला नोएडा हुआ था। वह कई साल नोएडा में कार्यरत रहे। पिछले साल उनका स्थानांतरण नोएडा से यूपीएसआईडीए में कर दिया गया था। इसी दौरान उत्तर प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने पीके कौशिक पर गंभीर आरोप लगाते हुए एक पत्र तत्कालीन अपर मुख्य सचिव अरविंद कुमार को लिखा। इतना ही नहीं पीके कौशिक को बचाने का आरोप लगाते हुए ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमनदीप डुली को प्रतिकूल प्रविष्टि तक मंत्री ने दे डाली थी। फिर अचानक शासन ने पीके कौशिक पर अनुकंपा करते हुए उनका अटैचमेंट यूपीएसआईडीए कानपुर से यमुना अथॉरिटी में ग्रेटर नोएडा कर दिया। महज 6 महीनों में पीके कौशिक ने गौतमबुद्ध नगर वापसी की।

ट्रांसफर के तरीके पर खड़े हुए सवाल
खास बात यह रही कि बीच सत्र में स्थानांतरण करने से बचने के लिए युक्ति निकाली गई। पीके कोशिक का स्थानांतरण ना करके यमुना प्राधिकरण में महाप्रबंधक पद पर अटैचमेंट किया गया। दरअसल, बीच सत्र में तबादला करने के लिए मुख्यमंत्री की सहमति की आवश्यकता पड़ती है। अटैचमेंट करने के लिए पत्रावली मुख्यमंत्री तक भेजने की आवश्यकता नहीं होती है। ऐसे में मुख्यमंत्री को फाइल भेजने से बचने का रास्ता निकाला गया और पीके कोशिक का अटैचमेंट किया गया। इस पर आपके पसंदीदा न्यूज़ पोर्टल 'ट्राईसिटी टुडे' ने समाचार प्रकाशित किए। अब शासन ने मंगलवार को पीके कौशिक का संबद्धता आदेश रद्द कर दिया है। उन्हें वापस यूपीएसआईडीए कानपुर बुला लिया गया है।

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