Tricity Today | प्रधानमंत्री ने 'मन की बात' में की तारीफ तो मिली नोएडा पोस्टिंग
Greater Noida News : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को होने वाली "मन की बात" कार्यक्रम में दिसंबर 2020 को कौशांबी जिला जेल के अधीक्षक भीमसेन मुकुंद के कार्यों की तारीफ की गयी थी। इस पर 21 जनवरी को उनको गौतमबुद्ध नगर जेल के अधीक्षक की पोस्टिंग से नवाजा गया था, लेकिन तमाम शिकायतों और जेल में कैदियों को सुविधाएं देने के नाम पर उगाही की सजा मऊ जेल भेजकर दी गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को "मन की बात" कार्यक्रम करके देश की जनता से संवाद करते हैं। इसके तहत 27 दिसंबर 2020 को उन्होंने कौशांबी जेल में गायों को सर्दी से बचाने के लिए फटे-पुराने कंबल को सीलकर कवर बनाने की तारीफ की थी। इस पर तत्कालीन कौशांबी जेल के अधीक्षक भीमसेन मुकुंद की सराहना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी की थी।
पीएम से तारीफ मिली तो नोएडा भेजे गए
इसके बाद भीमसेन मुकुंद को 21 जनवरी 2021 को गौतमबुद्ध नगर जेल का अधीक्षक बनाकर नोएडा की वीआईपी पोस्टिंग से नवाजा गया। उसके बाद गौतमबुद्ध नगर जेल के जेलर सत्यप्रकाश समेत लगभग सभी अधिकारी और कर्मचारियों का तबादला प्रदेश की दूसरी जेलों में कर दिया गया था।
जेल में चल रही थी पेटीएम से उगाही
वीआईपी जिले की पोस्टिंग के करीब 5 महीने के दौरान ही जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद की तमाम शिकायतें लखनऊ पहुंचने लगीं। इसमें गौमबुद्ध नगर जेल में कैदियों को दी जाने वाली सुविधाओं के बदले पेटीएम से धन उगाही और अन्य मामले प्रमुख रहे। लगातार एक के बाद एक शिकायतों पर शासन ने सख्त कदम उठाते हुए 26 जून को भीमसेन मुकुंद को गौतमबुद्ध नगर से मऊ जेल का रास्ता दिखा दिया है।
महंगी पड़ी जेल में ऑनलाइन उगाही
नोएडा जेल में बंद कैदियों को जेल के भीतर लग्जरी सुविधाएं देने के बदले मोटी रकम वसूली जा रही थी। खास बात यह है कि यह रकम जेल के आसपास दुकान लगाने वालों के पेटीएम खाते में ट्रांसफर करावाई जा रही थी। इस उगाही का कुछ दिन पहले ही खुलासा हुआ है। इस मामले की शिकायत लखनऊ तक पहुंची और जांच में सही पाई गई। इस पर अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने सख्त कार्रवाई करते हुए शनिवार 26 जून को नोएडा जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद समेत 12 जेल अधीक्षकों के तबादले कर दिए। सूत्रों के मुताबिक जल्द ही नोएडा जेल के कई अधिकारियों और कर्मचारियों का भी तबादला प्रदेश की दूसरी जेलों में किया जा सकता है।