एसीईओ के खिलाफ राजेंद्र सिंह ने मोदी और योगी को भेजा पत्र, कहा- कार्रवाई अभी अधूरी

ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में फर्जी नियुक्तियां : एसीईओ के खिलाफ राजेंद्र सिंह ने मोदी और योगी को भेजा पत्र, कहा- कार्रवाई अभी अधूरी

एसीईओ के खिलाफ राजेंद्र सिंह ने मोदी और योगी को भेजा पत्र, कहा- कार्रवाई अभी अधूरी

Tricity Today | शिकायतकर्ता राजेन्द्र सिंह

Greater Noida : ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में फर्जी नियुक्ति घोटाले में शिकायतकर्ता राजेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शिकायत भेजी है। राजेंद्र सिंह ने शिकायत करते हुए कहा कि फर्जी नियुक्ति मामले में 70 में से 49 लोगों को बर्खास्त कर दिया गया है, लेकिन अभी तक जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ एक्शन नहीं लिया गया है। 

अमनदीप दुली और सुधीर भाटी के खिलाफ भेजा पत्र
राजेन्द्र सिंह का कहना है कि जिम्मेदार अधिकारियों में ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी अमनदीप दुली और मानव संसाधन विकास विभाग के अधिकारी सुधीर भाटी समेत काफी अन्य अफसर इस घोटाले में शामिल हैं। इन सभी लोगों के खिलाफ अभी तक एक भी एक्शन नहीं लिया गया है। इस बात की शिकायत राजेंद्र सिंह ने योगी आदित्यनाथ और मुख्यमंत्री से की है।

क्या है मामला
दरअसल, बादलपुर गांव के रहने वाले राजेंद्र सिंह ने करीब 4 महीने पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र भेजा था। मेरठ के रहने वाले नीलकमल ने प्रधानमंत्री कार्यालय में शिकायत की थी। प्राधिकरण में नौकरी के लिए आवेदन करने वाले युवक आकाश त्यागी ने भी मुख्यमंत्री कार्यालय में शिकायत की थी। राजेंद्र सिंह ने बताया था कि ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी में 70 लोगों को अवैध रूप से भर्ती किया गया है। इनमें 35 लोगों की भर्ती प्लेसमेंट पर एजेंसियों के माध्यम से की गई है और 35 लोगों की भर्ती संविदा के आधार पर की गई है। राजेंद्र सिंह, नीलकमल और आकाश त्यागी की शिकायतों के आधार पर ट्राईसिटी टुडे ने इस मामले में छानबीन की। जिसमें चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण में अपने रिश्तेदारों और फर्जीवाड़े के बूते नौकरियां हासिल करने वाले 49 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया गया है। अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रेरणा शर्मा की रिपोर्ट आने के बाद इन सभी पर गाज गिरी है।

इन अफसरों पर भी होना चाहिए एक्शन : राजेंद्र सिंह
राजेंद्र सिंह का कहना है कि फर्जी नियुक्ति करने वाले लोगों के खिलाफ एक्शन होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो कार्यवाही अधूरी मानी जाएगी। फर्जी नियुक्ति घोटाले में अभी तक केवल 49 कर्मचारियों और अधिकारियों को बर्खास्त किया गया है। जबकि, सूची में 70 लोगों के नाम शामिल हैं।

राधा कृष्णा एजेंसी के ये कर्मचारी हुए बर्खास्त
राधा कृष्णा एजेंसी से निकाले गए कर्मचारियों में कुलदीप सिंह, आशूतोष सिंह रावत, अजय नवानी, अरविंद कुमार सिंह, अमित भाटी, सौरभ मिश्रा, अंकित मोर्य, लावांश भाटी, निखिल भाटी, पंकज कुमार रंजन, मुरसलीम खान, रितिक और अमित कुमार भाटी शामिल हैं। 

माधव एसोसिएटस के ये कर्मचारी बर्खास्त हुए
वहीं, माधव एसोसिएटस से भडेला रोहित कुमार, ओमवीर, रीचा सिंह, मोहसीन खान, दिव्यांग कपूर, लविश शर्मा, पुनम, धु्रव शर्मा, दर्शन सिंह, वरून शर्मा, मनोज गोतम, रोहित सिंह, सुमित, दुर्गेश कुमार मोर्य, विशाल चैधरी, शुभम मल, गौरव नाथ दुबे, आदित्य प्रकाश श्रीवास्तव, गौरव कुमार, विवेक सिंह, अभिजीत सिंह राठी, आदेश भाटी, सोनू कुमार पाठक, विपिन कुमार, अमरजीत करन, मोहित नागर, धर्मेद्र वर्मा, तरून नागर, नवीन कुमार, तरून कुमार, इंद्रदेव छोकर, विकास कुमार गिरी, मोहित चौधरी, विक्रांत सिरोही, पुरूषराज और विवेक कुमार शामिल है। इनमें से अधिकतर निकाले गए कर्मचारी अभी भी अथाॅरिटी में अपने विभागों में जमकर काम करने में लगे हुए हैं।

Copyright © 2023 - 2024 Tricity. All Rights Reserved.