विधायक, एमएलसी और सांसद हैं बिजनेस पार्टनर, कई IAS-IPS भी सरपरस्त

सपा नेता दिनेश गुर्जर ने खोले बड़े राज : विधायक, एमएलसी और सांसद हैं बिजनेस पार्टनर, कई IAS-IPS भी सरपरस्त

विधायक, एमएलसी और सांसद हैं बिजनेस पार्टनर, कई IAS-IPS भी सरपरस्त

Tricity Today | दिनेश गुर्जर

Noida News : अरबों रुपये के बाइक बोट घोटाले से तार जुड़ने के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने समाजवादी पार्टी के बड़े नेता दिनेश गुर्जर को गिरफ़्तार किया है। दिनेश गुर्जर से हुई पूछताछ में ईडी के सामने कई चौंकाने वाले ख़ुलासे किए हैं। प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिनेश गुर्जर बाइक बोट घोटाले में संभावित और जेल जा चुके आरोपियों को प्रवर्तन निदेशालय से बचाने के नाम पर अवैध वसूली कर रहे थे। जिस दिन दिनेश गुर्जर की गिरफ़्तारी हुई, उस दिन भी साढ़े 3 करोड़ रुपये कुछ लोगों से वसूल किए गए थे। इतना ही नहीं दिनेश गुर्जर नोएडा, ग्रेटर नोएडा, बुलंदशहर और अलीगढ़ में कई तरह के कारोबार में हिस्सेदार व निवेशक है। इनमें अस्पताल, वेयरहाउस, स्कूल-कॉलेज और होटल शामिल हैं। यह सारे कारोबार सांसद, विधायक और एमएलसी जैसे दिग्गज नेताओं के रिश्तेदार चला रहे हैं।

आईएएस और आईपीएस अफसरों के नाम सामने आए
उच्च पदस्थ सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक़ सपा नेता दिनेश गुर्जर से जुड़े न केवल सांसद, विधायक और विधान परिषद सदस्यों की जानकारी जांच एजेंसी को मिली है, बल्कि कई आईएएस और आईपीएस अफ़सरों के नाम भी सामने आए हैं। इन अफ़सरों के साथ दिनेश गुर्जर का बड़ा लेन देन हुआ है। जांच एजेंसी का मानना है कि यह सारे लोग अपनी काली कमाई दिनेश गुर्जर के ज़रिए तमाम तरह के कारोबार में खपा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक़ प्रवर्तन निदेशालय ने केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार के साथ ऐसी सूचनाएं साझा की हैं। हतप्रभ करने वाली बात यह है कि जिन नेताओं के साथ दिनेश गुर्जर के घनिष्ठ ताल्लुकात सामने आए हैं, उन में न केवल समाजवादी पार्टी बल्कि भारतीय जनता पार्टी के भी कई नेता शामिल हैं। इनमें ऐसे नेता भी शामिल हैं, जो पहले समाजवादी पार्टी में थे और अब चुपचाप भारतीय जनता पार्टी में सत्ता सुख भोग रहे हैं। सपा से भाजपा में आए ऐसे नेता और उनके परिजन भूमि घोटालों में फंसे हुए हैं। इन इन लोगों की तूती बोल रही थी तो ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण और यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी में बड़े भूमि घोटालों को अंजाम दिए हैं।

दिल्ली, नोएडा और लखनऊ में चर्चा का केंद्र बना विधायक
समाजवादी पार्टी के नेता दिनेश गुर्जर की 21 जुलाई को ग्रेटर नोएडा से गिरफ़्तारी की गई थी। तब से इस गिरफ़्तारी को लेकर चर्चाओं का बाज़ार गर्म है। दिल्ली, नोएडा और लखनऊ में सत्तारूढ़ दल के एक विधायक का नाम चर्चाओं का केंद्र बना हुआ है। मिली जानकारी के मुताबिक़ दिनेश गुर्जर और इस विधायक के बीच गहरे ताल्लुकात सामने आए हैं। विधायक की पृष्ठभूमि बेहद ताक़तवर है। यह भी जानकारी मिली है कि इस गिरफ़्तारी के बाद विधायक ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाक़ात करने की कई मर्तबा कोशिश की है, लेकिन मुख्यमंत्री ने मिलने से इनकार कर दिया है। जिसके चलते विधायक और उनके इर्द गिर्द के लोग परेशान हैं। अब यह सारे लोग दिनेश गुर्जर से हुई पूछताछ और उसके ऑफिशियल बयानात के अदालत में दाख़िल होने का इंतज़ार कर रहे हैं। दरअसल, यह भी जानकारी सामने आयी है कि प्रवर्तन निदेशालय ने दिनेश गुर्जर के बयानात में विधायक का ज़िक्र किया है।

कौन हैं दिनेश गुर्जर
दिनेश गुर्जर मूलरूप से बुलंदशहर ज़िले में गुलावठी क्षेत्र के निवासी हैं। वह लंबे अरसे से ग़ाज़ियाबाद, गौतमबुद्धनगर और बुलंदशहर की राजनीति में सक्रिय हैं। मुलायम सिंह यादव की तत्कालीन सरकारों में दिनेश गुर्जर का क़द बेहद बड़ा होता था। उन्हें न केवल सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव बल्कि दूसरे बड़े नेता अमर सिंह का बेहद नज़दीकी माना जाता था। उनके साथ सरकारी सुरक्षाओं का बड़ा तामझाम चलता था। दिनेश गुर्जर की पत्नी बुलंदशहर जिला पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं। फ़िलवक़्त भी दिनेश गुर्जर का क़द समाजवादी पार्टी में अच्छा ख़ासा माना जाता है। वह अभी सपा के राष्ट्रीय सचिव हैं।

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