मिलेगी सुपरफास्ट कनेक्टिविटी, जेवर एयरपोर्ट को यूंही नहीं बोलते योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट

Noida Airport Special Report : मिलेगी सुपरफास्ट कनेक्टिविटी, जेवर एयरपोर्ट को यूंही नहीं बोलते योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट

मिलेगी सुपरफास्ट कनेक्टिविटी, जेवर एयरपोर्ट को यूंही नहीं बोलते योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट

Tricity Today | Noida Airport Special Report

Noida International Airport : नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर कनेक्टिविटी के मामले में सब को मात देगा। एयरपोर्ट के लिए मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी विकसित की जा रही है। देश विदेश के एयरपोर्ट से बेहतर यहां की कनेक्टिविटी होगी। एयरपोर्ट तक पहुंचने में लोगों को मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी। जेवर एयरपोर्ट को मेट्रो से जोड़ा जाएगा। यानी दिल्ली एयरपोर्ट से आप सीधे मेट्रो से जेवर एयरपोर्ट पहुंच पाएंगे। बुलेट ट्रेन भी जेवर एयरपोर्ट तक के आवागमन को आसान करेगी। दिल्ली वाराणसी कॉरिडोर जेवर एयरपोर्ट के बराबर से निकलेगा। बुलेट ट्रेन का स्टेशन टर्मिनल बिल्डिंग में बनना प्रस्तावित है। यह एयरपोर्ट 4 हाईवे से जुड़ा होगा। यमुना एक्सप्रेसवे, ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेसवे, दिल्ली मुंबई एक्सप्रेसवे और एनएच-91 से जुड़ा होगा। इस एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए आप सड़क मार्ग, मेट्रो और पॉड टैक्सी को अपना सकते हैं। एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए ये विकल्प इसको सबसे अलग करेगा। इन सभी परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। 

मेट्रो
जेवर एयरपोर्ट को मित्रों के जरिए आईजीआई एयरपोर्ट दिल्ली से जोड़ा जाएगा। इसके लिए काम चल रहा है। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन इसकी संभावनाओं पर काम कर रहा है। जेवर से लेकर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक नया कॉरिडोर बनाने की तैयारी है। जल्द ही इसकी डीपीआर बनकर आ जाएगी और इस पर काम शुरू हो जाएगा। पहले चरण में ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क टू से लेकर जेवर तक मेट्रो चलाई जाएगी। ग्रेटर नोएडा से नॉलेज पार्क-2 से जेवर एयरपोर्ट सात स्टेशन बनाए जाएंगे। एयरपोर्ट मेट्रो 120 किलोमीटर प्रति घंटा से दौड़ेगी। जनपद का यह सबसे लंबा टैक होगा। इसकी लंबाई 35.64 किलोमीटर होगी। अभी जिले में सबसे लंबा ट्रैक नोएडा-ग्रेनो मेट्रो का है, जो करीब 29.7 किलोमीटर है। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-2 से जेवर एयरपोर्ट तक 35.64 किलोमीटर लंबे ट्रैक पर सात स्टेशन बनाए जाएंगे। इसकी गति सीमा 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक होगी। ताकि कम से कम समय यात्री एयरपोर्ट पहुंच सके। पहले इसे सामान्य मेट्रो बनाया जाना था। इसमें 25 स्टेशन बनाए जाने थे। लेकिन एयरपोर्ट के चलते शासन ने इसे एयरपोर्ट मेट्रो बनाने के लिए कहा है। इसके बाद डीएमआरसी ने यह काम शुरू किया है। यह ट्रैक एलिवेटेड होगा। जेवर और आईजीआई को जोड़ने के लिए डीएमआरसी ने काम शुरू कर दिया है ग्रेटर नोएडा से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन तक नया ट्रैक बनाया जाएगा। इसकी संभावनाओं पर डीएमआरसी काम कर रहा है। नई दिल्ली से यह आईजीआई मेट्रो कॉरिडोर से जुड़ जाएगा। यह रूट करीब 38 किलोमीटर का होगा। इस कॉरिडोर को ग्रेटर नोएडा से बोटैनिकल गार्डन और बॉटनिकल गार्डन से यमुना बैंक कर ले जाया जाएगा। यहां तक कॉरिडोर एलिवेटेड होगा। इसके बाद दिल्ली तक अंडर ग्राउंड मेट्रो जाएगी। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन इसकी बिल्टी रिपोर्ट जल्द बनाकर सौंप देगा।  फीजिबिलिटी रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्यवाही की जाएगी।

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा जेवर एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा। इसके लिए बल्लभगढ़ (हरियाणा) से एयरपोर्ट तक 6 लेन की 31 किमी लंबी सड़क बनेगी। इसका 7 किमी का हिस्सा गौतमबुद्ध नगर और 24 किमी का हिस्सा हरियाणा में होगा। इसके लिए गौतमबुद्घ नगर में 69.36 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा। यह भूमि जेवर क्षेत्र के बल्लभनगर, दयानतपुर, फलैंदा बांगर और करौली बांगर की होगी। एनएचएआई ने हरियाणा के हिस्से की जमीन खरीदने की सहमति दे दी है। जबकि उत्तर प्रदेश अपने हिस्से की जमीन खरीदकर देगा। एनएचएआई अपने खर्च पर निर्माण कार्य पूरा करेगी इसके निर्माण पर करीब 2100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भी इसकी घोषणा कर दी है। केंद्र सरकार का दावा है कि आठ लेन वाला दिल्ली-मुंबई ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे का निर्माण कार्य 2023 में पूरा कर लिया जाएगा। वर्तमान में 350 किलोमीटर एक्सप्रेस-वे का काम पूरा कर लिया गया है और 825 किलोमीटर पर कार्य प्रगति पर है। नए एक्सप्रेस-वे के बनने से दिल्ली से मुंबई सड़क मार्ग की दूरी कम हो जाएगी। वर्तमान में दिल्ली-मुंबई की सड़क से 1450 किलोमीटर की दूरी है। नए एक्सप्रेस-वे से यह दूरी घटकर 1350 रह जाएगी।

एनएच-91 से जुड़ेगा एयरपोर्ट
जेवर में बनने जा रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को अब एनएच-91 (जीटी रोड) से जोड़ने की योजना पर भी काम होगा। खुर्जा से जेवर तक करीब 32 किलोमीटर का यह सफर और आसान बनाया जाएगा। इसके लिए केंद्र सरकार ने दिशानिर्देश दिए हैं। अब इसकी फिजिबिलिटी रिपोर्ट तैयार की जाएगी।  एनएच-91 खुर्जा से होकर गुजर रहा है। उम्मीद है कि खुर्जा से जेवर तक का यही रास्ता दुरुस्त किया जाएगा ताकि एनएच-91 तक पहुंचा जा सके। नई सड़क की संभावनाओं को भी देखा जाएगा।

बुलेट ट्रेन
बुलेट ट्रेन का दिल्ली-वाराणसी कॉरिडोर गौतमबुद्ध नगर से होकर गुजरेगा। इसका स्टेशन जेवर एयरपोर्ट के टर्मिनल बिल्डिंग पर बनाया जाएगा। दिल्ली में सराय काले खां से बुलेट ट्रेन चलने के बाद नोएडा में सेक्टर-148 पहला पड़ाव होगा। इसके बाद जेवर एयरपोर्ट में रुकेगी। करीब 62.5 किलोमीटर की यह दूरी करीब 21 मिनट में तय हो जाएगी, जबकि जेवर से आगरा 33 मिनट में पहुंच जाएंगे। इसके लिए जिले में 160.81 हेक्टेयर भूमि की जरूरत होगी। 60.19 हेक्टेयर जमीन किसानों से ली जाएगी। बाकी जमीन सरकारी उपलब्ध है। बुलेट ट्रेन का एक स्टेशन नोएडा और दूसरा स्टेशन जेवर एयरपोर्ट के पास बनेगा। इससे जेवर एयरपोर्ट की दिल्ली की कनेक्टिवटी बढ़ जाएगी। दिल्ली से यात्री 21 मिनट में जेवर एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे। गौतमबुद्ध नगर में एक्सप्रेसवे के किनारे-किनारे यह कॉरिडोर जाएगा। नोएडा में नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे और फिर यमुना एक्सप्रेस-वे के किनारे आगरा तक यह कॉरिडोर जाएगा। यही कारण है कि इस परियोजना के लिए 70 प्रतिशत जमीन पहले से ही मौजूद है। प्रारंभिक रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली-वाराणसी रूट पर नोएडा सेक्टर-148, जेवर एयरपोर्ट, मथुरा, आगरा, कन्नौज, इटावा, लखनऊ, रायबरेली, प्रयागराज व भदोही में ट्रेन रुकेगी। इस रूट का आखिरी स्टेशन वाराणसी होगा। दिल्ली से लखनऊ तक 2.5 घंटे और दिल्ली से वाराणसी तक पहुंचने में चार घंटे का समय लगेगा।

पॉड टैक्सी
फिल्म सिटी से जेवर एयरपोर्ट के बीच पॉड टैक्सी चलाई जाएगी। इसका यह कॉरिडोर सेक्टरों को भी जोड़ेगा। 14.6 किलोमीटर के इस कॉरिडोर की डीपीआर तैयार हो गई है। इस परियोजना पर 862 करोड़ रुपये खर्च होंगे। डबल ट्रैक वाली पॉड टैक्सी के कॉरिडोर को पूरा करने में एक वर्ष का समय लगेगा। यमुना प्राधिकरण ने जेवर एयरपोर्ट और फ़िल्म सिटी के बीच पर्सनल रैपिड ट्रांजिट (पीआरटी) चलाने की योजना बनाई है। पॉड टैक्सी की डीपीआर बनाने के लिए इंडियन पोर्ट रेल एंड रोपवे कारपोरेशन लिमिटेड कंपनी का चयन किया गया। केंद्र सरकार इस कंपनी ने पॉड टैक्सी की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार करके यमुना प्राधिकरण को सौंप दी है। यमुना प्राधिकरण में कंपनी से एयरपोर्ट और फिल्म सिटी के बीच लगभग 6.5 किलोमीटर के कॉरिडोर के लिए की डीपीआर बनाने के लिए कहा था, लेकिन कंपनी ने एक कदम आगे बढ़ते हुए इस कॉरिडोर को यमुना प्राधिकरण के सेक्टरों को भी जोड़ दिया है। कंपनी ने 14.5 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर की डीपीआर तैयार की है। पॉड टैक्सी सेक्टर 21 के ट्रांसपोर्ट हब से शुरू होगी। यह कॉरिडोर सेक्टर 28, 29, 30, 31 और 32 तक जाएगी। इस सेक्टर से ही एयरपोर्ट की चारदीवारी छूकर निकलती है। पॉड टैक्सी भूतल पर चलेगी। डीपीआर के मुताबिक पॉड टैक्सी के लिए डबल ट्रैक बनेंगे। पॉड टैक्सी बैटरी चालित होगी। डीपीआर बताती है कि जिस दिन पॉड टैक्सी की शुरुआत होगी, उसके पहले दिन से रोजाना 8000 यात्री मिलने शुरू हो जाएंगे।

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