मंडल आयुक्त सुरेंद्र सिंह बुधवार को करेंगे दुनिया के चौथे सबसे बड़े एयरपोर्ट साइट का दौरा, जल्द शुरू होगा निर्माण

Jewar Airport : मंडल आयुक्त सुरेंद्र सिंह बुधवार को करेंगे दुनिया के चौथे सबसे बड़े एयरपोर्ट साइट का दौरा, जल्द शुरू होगा निर्माण

मंडल आयुक्त सुरेंद्र सिंह बुधवार को करेंगे दुनिया के चौथे सबसे बड़े एयरपोर्ट साइट का दौरा, जल्द शुरू होगा निर्माण

Tricity Today | मंडल आयुक्त सुरेंद्र सिंह

Jewar Airport : मेरठ के मंडल आयुक्त के सुरेंद्र सिंह बुधवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) जेवर की साइट का दौरा करेंगे। वह एयरपोर्ट के लिए जमीन देने वाले किसानों से भी मुलाकात करेंगे। इस दौरे से संभावना जताई जा रही है कि जल्द ही एयरपोर्ट के शिलान्यास की तिथि तय हो जाएगी।

मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह का बुधवार की दोपहर को आने का कार्यक्रम है। वह करीब एक घंटे तक एयरपोर्ट की साइट का दौरा करेंगे। जिन गांवों की जमीन ली गई है, वहां का भी दौरा करेंगे। वह रोही, नगला छीतर, नगला शरीफ खां, दयानतपुर खेड़ा, किशोरपुर और नंगला गणेशी गांव का भ्रमण करेंगे। प्रभावित परिवारों को जेवर बांगर में बसाया जा रहा है। वह जेवर बांगर भी जाएंगे। इसके बाद यमुना प्राधिकरण के बोर्ड रूम में एयरपोर्ट की समीक्षा बैठक होगी। इसको लेकर नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है।

नोएडा के सिटी मजिस्ट्रेट उमाशंकर ने पुलिस कमिश्नरेट को जानकारी दी है कि मेरठ के मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह बुधवार की दोपहर करीब 1:30 बजे आएंगे। वह करीब 3:00 बजे जेवर में पहुंचेंगे। एक घंटे तक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की साइट का दौरा करेंगे। इसके अलावा एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित की गई रोही, नगला छीतर, नगला शरीफ खान, दयानतपुर खेड़ा, किशोरपुर और नंगला गणेशी गांव का भ्रमण करेंगे। इन गांवों के किसानों को इंटीग्रेटेड टाउनशिप में शिफ्ट किया जा रहा है। उन्हें टाउनशिप का दौरा करना है। इसके बाद शाम 5:00 बजे एयरपोर्ट परियोजना पर विचार-विमर्श और समीक्षा करने के लिए यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के बोर्ड रूम में बैठक होगी। शाम करीब 6:00 बजे मंडल आयुक्त मेरठ के लिए प्रस्थान कर जाएंगे।

आपको बता दें कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहीत की गई जमीन से किसानों को पुनर्स्थापित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में चल रही है। किसानों ने इंटीग्रेटेड टाउनशिप में अपने घरों का निर्माण करना शुरू कर दिया है। नगला गणेशी गांव की जमीन पर यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने कब्जा लेकर एयरपोर्ट का विकास करने वाली कंपनी को जमीन सौंप दी है। बाकी गांव की जमीन भी अगले एक सप्ताह में कंपनी को सौंप दी जाएगी। उम्मीद है कि अगले 2 सप्ताह के भीतर जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास हो जाएगा।

स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने दी 3725 करोड रुपए की मंजूरी
आपको बता दें कि जेवर में प्रस्तावित नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) के लिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (State Bank of Iindia) ने 3725 करोड रुपए की मंजूरी दे दी है। परियोजना पर काम कर रही कंपनी यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAL) में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से यह पैसा मांगा था। अब बहुत जल्द जेवर एयरपोर्ट का निर्माण शुरू हो जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 10 से 15 दिनों में शिलान्यास करवा दिया जाएगा।

यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (Yamuna International Airport Private Limited) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री क्रिस्टोफ श्नेलमैन (CEO Christoph Schnellmann) ने कहा, “हमें नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के विकास के लिए देश के सबसे बड़े स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के साथ साझेदारी करके बेहद खुशी हो रही है। बैंक ने 3725 करोड़ का संपूर्ण कर्ज 20 वर्षों की डोर-टू-डोर अवधि पर उपलब्ध कराया है। हम नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट को विश्वस्तरीय हवाई अड्डे के रूप में विकसित करने के लिए एसबीआई के साथ मिलकर काम करने को लेकर उत्साहित हैं। यह परियोजना न केवल भारतीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी, बल्कि उत्तर प्रदेश और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे।"

ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी
ज्यूरिख एजी दुनिया की सबसे भरोसेमंद एयरपोर्ट निर्माता कंपनियों में से एक है। कंपनी में 1,500 से अधिक कर्मचारी कार्य करते हैं। ज्यूरिख हवाई अड्डा दुनिया के लिए स्विट्जरलैंड का प्रवेश द्वार है। 2019 में 31 मिलियन से अधिक लोगों ने ज्यूरिख हवाई अड्डे से यात्रा की। इससे यह क्षेत्र का सबसे महत्वपूर्ण केंद्र बन गया। करीब 27,000 लोगों को रोजगार देने वाली लगभग 280 कंपनियों के साथ ज्यूरिख हवाई अड्डा इस क्षेत्र के लिए एक प्रमुख आर्थिक केंद्र है।

यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड
YIAPL ज्यूरिख एयरपोर्ट इंटरनेशनल एजी की 100% सहायक कंपनी है। इसे ग्रीनफील्ड नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को विकसित करने के लिए सहायक के तौर पर गठित किया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (NIA) को विकसित करने के लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) के साथ रियायत समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं। कंपनी उत्तर प्रदेश सरकार, न्यू ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण, ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण और यमुना प्राधिकरण के साथ मिलकर सार्वजनिक-निजी भागीदारी परियोजना को लागू करने के लिए जिम्मेदार है।

दुनिया का चौथा सबसे बड़ा एयरपोर्ट होगा
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Noida International Airport) दुनिया का चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जाएगा। अभी तक नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा 5,000 हेक्टेयर में बनाया जाना था। इसका क्षेत्रफल बढ़ाकर 5,845 हेक्टेयर कर दिया गया है। अब मेंटेनेंस रिपेयर एंड ओवरहालिंग हब (MRO Hub) भी एयरपोर्ट परिसर में ही विकसित किया जाएगा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण ने सेक्टर-30 और सेक्टर-31 की 845 हेक्टेयर जमीन भी एयरपोर्ट में समाहित कर दी है। यह बदलाव प्राधिकरण के मास्टर प्लान 2041 में भी किया जा रहा है। इन दोनों सेक्टरों की जमीन पर एमआरओ हब का विकास किया जाना है। इसके साथ ही अब नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का क्षेत्रफल बढ़कर 5,845 हेक्टेयर हो गया है। इसके साथ ही यह दुनिया में पांचवें की बजाय चौथा सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा होगा।

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