ग्रेटर नोएडा के ये 5 एथलीट पेरिस पैरालंपिक में मचाएंगे धमाल, दुनिया के बड़े-बड़े दिग्गजों के छुड़ा चुके हैं पसीने

शहर की शान : ग्रेटर नोएडा के ये 5 एथलीट पेरिस पैरालंपिक में मचाएंगे धमाल, दुनिया के बड़े-बड़े दिग्गजों के छुड़ा चुके हैं पसीने

ग्रेटर नोएडा के ये 5 एथलीट पेरिस पैरालंपिक में मचाएंगे धमाल, दुनिया के बड़े-बड़े दिग्गजों के छुड़ा चुके हैं पसीने

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा के 5 हीरो

Greater Noida News : पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत की तरफ से 84 एथलीट हिस्सा ले रहे हैं। गर्व की बात यह है कि इसमें से 5 एथलीट ग्रेटर नोएडा के रहने वाले हैं। इसकी घोषणा हो गई है। सभी पांचों एथलीट ने अपने-अपने खेलों में दिग्गजों के पसीने छुड़ाए हैं। इसमें साक्षी कसाना और सुंदर गुर्जर भी शामिल हैं। इन दोनों दिग्गज एथलीट के अलावा ग्रेटर नोएडा में रहने वाले सुमित अंतिल, योगेश कथुनिया और प्रणव सूरमा भी हिस्सा ले रहे हैं।

सुमित अंतिल : भालाफेंक में मौजूदा चैंपियन और रिकॉर्डधारी
हरियाणा के सोनीपत के खेवड़ा गांव में जन्मे सुमित अंतिल भारत के शीर्ष भाला फेंक एथलीटों में से एक हैं। एफ 64 श्रेणी में प्रतिस्पर्धा करने वाले सुमित ने टोक्यो पैरालंपिक, 2022 एशियाई खेलों और 2023 विश्व पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता है। सुमित अंतिल की निरंतरता और दमखम के कारण उन्हें पेरिस पैरालंपिक 2024 में भारत का ध्वजवाहक चुना गया है। उन्होंने हांगझोऊ में 2022 एशियाई पैरा खेलों में 73.29 मीटर का थ्रो करके वर्तमान विश्व रिकॉर्ड भी स्थापित किया। 2015 में मात्र 17 वर्ष की आयु में एक सड़क दुर्घटना में अपना बायां पैर खोने के बावजूद सुमित ने कभी हार नहीं मानी और अपने सपने को फिर से परिभाषित कर इतिहास रच दिया।

साक्षी कसाना : डिस्कस थ्रो में कांस्य पदक विजेता
उत्तर प्रदेश की साक्षी कसाना ने भी पैरा खेलों में अपनी जगह बनाई है। जन्मजात विकृति के कारण उनके दाहिने पैर में दिक्कत हुई थी, लेकिन उन्होंने इसे अपनी ताकत में बदल दिया। साक्षी ने महिलाओं की डिस्कस थ्रो F55 श्रेणी में पेरिस 2024 ग्रीष्मकालीन पैरालंपिक के लिए क्वालिफाई किया और 2022 एशियाई पैरा खेलों में 24.77 मीटर का थ्रो कर कांस्य पदक जीता। इससे पहले उन्होंने मार्च 2021 में बेंगलुरु में राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रजत पदक जीतकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था।

सुंदर गुर्जर : तीन स्पर्धाओं में जीत चुके स्वर्ण पदक
सुंदर सिंह गुर्जर ने टोक्यो 2020 पैरालंपिक में पुरुषों की भाला F46 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। इसके अलावा पंचकूला में 16वीं पैरा एथलेटिक्स राष्ट्रीय चैंपियनशिप में उन्होंने तीन स्पर्धाओं (भाला फेंक, शॉट पुट और डिस्कस थ्रो) में तीन स्वर्ण पदक जीतकर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाया। उनकी ये उपलब्धियां भारत के लिए गौरव का विषय हैं।

योगेश कथुनिया : डिस्कस थ्रो में रजत जीता
योगेश कथुनिया डिस्कस थ्रो में माहिर हैं। उन्होंने 2020 ग्रीष्मकालीन पैरालिंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया और पुरुषों की डिस्कस थ्रो F56 स्पर्धा में रजत पदक जीता। उन्होंने चीन में हुए पैरा एशियाई खेलों में भी रजत पदक जीता है। उनकी मेहनत और संघर्ष ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया है।

प्रणव सूरमा : क्लब थ्रो में जीता था सोना
प्रणव सूरमा ने 2022 एशियाई पैरा खेलों में पुरुषों की क्लब थ्रो F51 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतकर भारत का नाम रोशन किया। उन्होंने इस स्पर्धा में 30.01 मीटर का थ्रो कर एशियाई खेलों का रिकॉर्ड भी बनाया। उनकी यह उपलब्धि उन्हें भारतीय पैरा एथलीटों के बीच एक अलग पहचान दिलाती है।
 

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