तीन एकड़ को बनाया 500 एकड़ जमीन, असली खतौनी गायब करके हरियाणा के किसानों को पहुंचाया फायदा

ग्रेटर नोएडा के लेखपाल का गजब कारनामा : तीन एकड़ को बनाया 500 एकड़ जमीन, असली खतौनी गायब करके हरियाणा के किसानों को पहुंचाया फायदा

तीन एकड़ को बनाया 500 एकड़ जमीन, असली खतौनी गायब करके हरियाणा के किसानों को पहुंचाया फायदा

Tricity Today | ग्रेटर नोएडा के लेखपाल का गजब कारनामा

Greater Noida : गौतमबुद्ध नगर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसको पढ़कर आप हैरान हो जाओगे। एक लेखपाल ने 3 एकड़ जमीन को 500 एकड़ कर दिया। यह मामला हरियाणा और गौतमबुद्ध नगर के फलैदा गांव से जुड़ा हुआ है। लेखपाल ने हरियाणा के किसानों को फायदा पहुंचाने के लिए यह कारनामे किए हैं। जिसके बाद उस लेखपाल के खिलाफ कार्रवाई की तलवार लटक गई। हद तो तब हो गई, जब गौतमबुद्ध नगर के सर्वे कार्यालय से हरियाणा के किसानों की जमीन की असली खतौनी गायब मिली। आरोप है कि लेखपाल ने असली खतौनी को जिला सर्व कार्यालय में जमा नहीं करवाया था। जबकि 500 एकड़ की फर्जी खतौनी जमा कर दी। अब इस मामले में जिला प्रशासन ने सर्वे लेखपाल के खिलाफ जांच बैठा दी है। इस पूरे मामले की जांच सदर तहसीलदार कर रहे हैं।

रिकॉर्ड रूम में असली नहीं मिली
दरअसल, गौतमबुद्ध नगर के फलैदा गांव में हरियाणा के किसानों की तीन एकड़ जमीन है। जानकारी के मुताबिक वर्ष 1974 में इस जमीन की खतौनी बनी थी। खतौनी बनाकर हरियाणा से गौतमबुद्ध नगर भेजा गया था, लेकिन इस दौरान माफियाओं ने चाल चली। गौतमबुद्ध नगर के रिकॉर्ड रूम में असली 3 एकड़ जमीन की खतौनी 500 एकड़ की खतौनी बनाकर भेज दी।

ग्रामीणों की शिकायत पर खुली अफसरों की आंखें
इसका खुलासा तब हुआ, जब हरियाणा के किसानों ने गौतमबुद्ध नगर की 500 एकड़ जमीन पर कब्जा करने का प्रयास किया। इसकी जानकारी फलैदा गांव के किसानों ने गौतमबुद्ध नगर प्रशासन को दी। हरियाणा के किसानों ने अपनी जमीन को 500 एकड़ बताते हुए कब्जा करने का प्रयास किया। इसके अलावा हरियाणा के किसानों ने गौतमबुद्ध नगर की जमीन को बेचना भी शुरू कर दिया था। जब गौतमबुद्ध नगर प्रशासन को फलैदा गांव के किसानों ने मामले के बारे में बताया तो अफसरों की आंखें खुली और असली खतौनी की तलाश की गई, लेकिन असली खतौनी रिकॉर्ड रूम से गायब मिली।

सर्वे लेखपाल दीपक कुमार के खिलाफ एक्शन होगा
जिला प्रशासन की जांच में पता चला है कि फलैदा गांव के तत्कालीन सर्वे लेखपाल दीपक कुमार के पास इस संबंध में सारे कागज थे। उन्होंने ही फर्जीवाड़ा करते हुए 3 एकड़ जमीन की जगह 500 एकड़ जमीन की खतौनी जमा कर दी थी। खतौनी गायब करने में तत्कालीन सर्व लेखपाल की भूमिका संग्दिध दिखाई दे रही है। फिलहाल इस मामले की जांच सदर तहसीलदार कर रहे है।

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