Greater Noida News : यह बेहद चिंता का विषय है कि गौतमबुद्ध नगर के अधिकतर सरकारी स्कूलों में टीचरों के पैसों से गणतंत्र दिवस मनाया गया। जिले में काफी सारे ऐसे सरकारी विद्यालय हैं, जिनको अभी तक कंपोजिट ग्रांट का पैसा नहीं मिला है। इस वजह से शिक्षकों में चिंता की लहर दौड़ रही है। उनको ऐसा लग रहा है कि उनका पैसा डूब सकता है। हालांकि, अधिकारियों का कहना है कि परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। बहुत जल्द सरकार की तरफ से ग्रांट का पैसा रिलीज किया जाएगा।
जिले में 511 परिषदीय विद्यालय
दरअसल, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 511 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें 297 प्राथमिक विद्यालय और 161 कंपोजिट विद्यालय के साथ 53 जूनियर विद्यालय शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक जिस विद्यालय में 100 से 250 छात्र पढ़ाई करते हैं। उनको उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से ग्रांट का 50 हजार रुपए दिया जाता है। इसके अलावा 250 से ज्यादा छात्र जिस स्कूल में पढ़ते हैं, उनमें 75 हजार रुपए की राशि मिलती है और उससे ज्यादा छात्र वाले स्कूल को एक लाख रुपए सरकार की तरफ से दिए जाते हैं।
इन पैसों से स्कूलों में क्या होगा
जानकारी के मुताबिक इन पैसों से स्कूल की साफ-सफाई की जाती है। शौचालय की व्यवस्था ठीक की जाती है। स्कूलों की देखभाल की जाती है और तमाम काम होते हैं। अगर सरकार यह पैसा ना दे तो काम काफी प्रभावित होता है। इसके अलावा स्कूल की सूरत भी बिगड़ जाती है। स्कूल की मरम्मत के लिए सरकार की तरफ से पैसे जारी किया जाता है। इन पैसों से कार्यक्रम भी होते हैं।
टीचरों को सता रही चिंता
बताया जा रहा है कि इस बार परिषदीय विद्यालयों में गणतंत्र दिवस के मौके पर ग्रांट का पैसा नहीं मिला। जिसकी वजह से शिक्षकों को अपनी जेब ढीली करनी पड़ी। बच्चों की खुशी को देखते हुए टीचरों ने अपनी जेब से पैसा दिया है। अब शिक्षकों को इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं उनकी जेब से निकला हुआ पैसा वापस ना मिले। हालांकि, अधिकारी को कहना है कि बहुत जल्द सरकार की तरफ से स्कूलों को ग्रांट का पैसा जारी किया जाएगा। जिसके बाद जिन-जिन शिक्षकों की जेब से गणतंत्र दिवस कार्यक्रम को लेकर पैसा गया है, वह वापस मिल जाएगा।