Tricity Today | शराब कि अवैध फ़ैक्ट्री चलाने वाला कमलकांत, जिसने खोले एसटीएफ के सामने सारे राज।
Greater Noida News : ग्रेटर नोएडा के साइट सी में हाल ही में एसटीएफ द्वारा पकड़ी गई जहरीली शराब बनाने की फैक्ट्री का पर्दाफाश अब एक नई और चौंकाने वाली सच्चाई के साथ हुआ है। दरअसल, बिजली कटौती की वजह से यह खतरनाक फैक्ट्री बुलंदशहर के सिकंदराबाद से यहां शिफ्ट की गई थी, और यह कदम इन अपराधियों के लिए भारी पड़ा। एसटीएफ ने 19 अगस्त को इस फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था, लेकिन उससे ठीक नौ दिन पहले ही इस खतरनाक धंधे का अड्डा ग्रेटर नोएडा में स्थापित हुआ था।
कैमिकल का एक ढक्कन और मौत की बोतल तैयार!
जब पकड़े गए आरोपियों से पूछताछ की गई, तो उन्होंने ऐसी बातें बताई जो रोंगटे खड़े कर देने वाली हैं। नकली शराब बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले कैमिकल का असर इतना खतरनाक था कि एक बोतल पानी में महज एक ढक्कन कैमिकल डालते ही पूरी बोतल जहरीली शराब में बदल जाती थी। अगर आपको लगता है कि शराब में मसालेदार स्वाद आ रहा है, तो जान लीजिए कि वह हल्का ब्राउन कैमिकल, जो उसमें डाला गया है, वह आपकी सेहत के लिए जानलेवा साबित हो सकता है।
कमल ने खोले राज, मास्टरमाइंड की तलाश जारी
इस छापेमारी में पकड़े गए चार आरोपियों में से कमल, जो इस गिरोह का सरगना है, ने कई राज उगले हैं। उसने बताया कि वह कानपुर तक इस जहरीली शराब की सप्लाई करता था, और इस धंधे में उसके साथ और भी कई लोग जुड़े हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस गिरोह का असली मास्टरमाइंड ग्रेटर नोएडा के खानपुर गांव का रहने वाला एक व्यक्ति है, जिसकी तलाश में एसटीएफ जुटी हुई है।
बुलंदशहर: जहरीली शराब का नया अड्डा?
यह पहली बार नहीं है जब ग्रेटर नोएडा में पकड़ी गई जहरीली शराब का तार बुलंदशहर से जुड़ा हो। तीन साल पहले भी कासना के साइट पांच में पकड़ी गई ऐसी ही एक फैक्ट्री का कनेक्शन बुलंदशहर से ही था। इससे साफ जाहिर होता है कि बुलंदशहर धीरे-धीरे जहरीली शराब के धंधे का एक प्रमुख अड्डा बनता जा रहा है। इन खुलासों से जहां एक तरफ इस खतरनाक धंधे का पर्दाफाश हुआ है, वहीं दूसरी तरफ यह भी साबित हुआ है कि कानून की पकड़ से बच पाना कितना मुश्किल है। एसटीएफ की यह कार्रवाई न केवल ग्रेटर नोएडा, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक चेतावनी है कि ऐसे अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाने की जरूरत है।