यमुना ऑथोरिटी के पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट को सरकार ने दी मंजूरी, पांच साल के लिए तय हुआ किराया

BIG BREAKING : यमुना ऑथोरिटी के पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट को सरकार ने दी मंजूरी, पांच साल के लिए तय हुआ किराया

यमुना ऑथोरिटी के पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट को सरकार ने दी मंजूरी, पांच साल के लिए तय हुआ किराया

Google Image | प्रतीकात्मक फोटो

Greater Noida News : यमुना अथाॅरिटी एरिया में पाॅड टैक्सी परियोजना को शासन से मंजूरी मिल गई है। पाॅड टैक्सी को लेकर बुधवार को शासन में अहम बैठक हुई। जिस पर सरकार ने मुहर लगा दी है। यमुना अथाॅरिटी के सीईओ डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि यह देश की पहली पाॅड टैक्सी होगी और दुनिया का सबसे बड़ा पॉड टैक्सी रूट बनेगा। यह रूट 14.6 किलोमीटर लंबा होगा।

किराया 10 रुपये प्रति किलोमीटर होगा
डॉ.अरुणवीर सिंह ने बताया कि इस प्राॅजेक्ट की लागत 641 करोड़ रुपये होगी। इसका किराया 10 रुपये प्रति किलोमीटर होगा। यह किराया 5 साल तक नहीं बढ़ाया जाएगा। यह प्राॅजेक्ट पूरी तरह से पीपीपी माॅडल पर बनाया जाएगा। अगले सप्ताह इस प्राॅजेक्ट के लिए ग्लोबल टेंडर निकाला जाएगा। दिसंबर तक टेंडर प्रक्रिया पूरी करके निर्माण शुरू किया जाएगा। साल 2026 में पाॅड टैक्सी अपने रूट पर दौड़ने लगेगी। पॉड टैक्सी का संचालन यमुना सिटी में सबसे अहम रूट फिल्म सिटी से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच किया जाएगा। यह 14.6 किलोमीटर लंबा रूट होगा। पाॅड टैक्सी प्राॅजेक्ट को मंजूरी मिलने के बाद अब सभी बाधाएं दूर हो गई हैं।

सात साल तक पूरा रेवेन्यू कंपनी लेगी
सीईओ ने आगे कहा, "अब टेंडर प्रक्रिया और कंपनी चुनने के लिए काम शुरू होगा। यात्रि खुद ही पाॅड टैक्सी चलाएंगे। अपने रूट पर जाने के लिए बटन दबाना होगा। सात वर्षों तक पाॅड टैक्सी प्राॅजेक्ट का संचालन प्राइवेट कंपनी करेगी। इसके बाद अथाॅरिटी किराए में से अपना हिस्सा वसूलेगी।"

35 साल तक कंपनी करेगी संचालन
पॉड टैक्सी का संचालन करने वाली कंपनी से 7 साल तक यमुना प्राधिकरण के द्वारा कोई पैसा नहीं लिया जाएगा। इसके बाद कंपनी से यमुना प्राधिकरण किराए के रूप में हिस्सेदारी लेगी। पॉड टैक्सी के निर्माण में आने वाली पूरी लागत कंपनी वहन करेगी। पॉड टैक्सी चालू होने से 35 साल तक का करार पूरा होने के बाद कंपनी के द्वारा संचालन यमुना अथाॅरिटी को हैडओवर कर दिया जाएगा।

ऐसी पॉड टैक्सी दुनिया में पहली होगी
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉक्टर अरूणवीर सिंह ने गुरुवार को बताया कि यमुना सिटी में बनने वाली फ़िल्म सिटी और ज़ेवर के पास बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच सुगम आवागमन विकसित करने की योजनाओं पर काम चल रहा है। इनमें पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट भी शामिल है। भारत में पहली बार यहां पॉड टैक्सी का संचालन किया जाएगा।

14.6 किलोमीटर लंबे रूट पर 12 स्टेशन होंगे
यमुना सिटी में सेक्टर-35 से लेकर नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे तक 14.6 किलोमीटर लंबा पॉड टैक्सी रूप डेवलप किया जाएगा। इस पर 12 स्टेशन होंगे। पूरे रूट पर 112 पॉड टैक्सी का संचालन किया जाएगा। पॉड टैक्सी यमुना सिटी के आवास, औद्योगिक और संस्थागत सेक्टरों से होते हुए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक जाएगी। पॉड टैक्सी का इस्तेमाल लोग एक सेक्टर से दूसरे सेक्टर में जाने के लिए कर सकेंगे। शहर के भीतरी हिस्सों से ज़ेवर अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक पहुंचने के लिए भी पॉड टैक्सी का उपयोग किया जा सकेगा।

पूरे प्रोजेक्ट में खर्च होंगे 621 करोड़ रुपए
डॉक्टर अरुणवीर सिंह ने आगे बताया यह दुनिया का सबसे बड़ा पॉड टैक्सी रूट होगा। इससे पहले दुनिया के केवल 5 शहरों में पॉड टैक्सी का संचालन किया जा रहा है और यह छठा रूट होगा। ख़ास बात यह है कि भारत में पहली बार यहां पॉड टैक्सी का संचालन होगा। इस परियोजना पर यमुना अथॉरिटी 621 करोड़ रुपए खर्च करेगी। प्रोजेक्ट में 112 पॉड टैक्स शामिल होंगी। प्रत्येक पॉड टैक्सी में 6 यात्री एक साथ यात्रा कर सकेंगे। ख़ास बात यह है कि पॉड टैक्सी का संचालन ख़ुद यात्री कर सकते हैं। इसको रोकने और चलाने के लिए केबल बटन दबाने की आवश्यकता होगी।

यमुना सिटी बनी निवेशकों की पहली पसंद
आपको बता दें कि पिछले करीब एक वर्ष से जेवर में नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण ज़ोर शोर से चल रहा है। अगले साल के आख़िर तक नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हवाई यात्रा शुरू हो जाएगी। दूसरी ओर यमुना सिटी में तेज़ी से कंपनियों का संचालन शुरू हो रहा है। कई बड़ी कम्पनियां उत्पादन शुरू कर चुकी है। बड़ी संख्या में नई कंपनियों का निर्माण चल रहा है। आवासीय सेक्टरों में भी तेज़ी से गतिविधियां शुरू हो चुकी है। यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में पहले से ही कई कॉलेज, विश्वविद्यालय, नोएडा इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी और बड़े शिक्षण संस्थान है।

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