यमुना प्राधिकरण मास्टर प्लान में रीवर फ्रंट विकसित करने का प्रावधान करेगा। जनपद में यमुना व हिंडन नदी हैं, लेकिन अभी तक किसी प्राधिकरण ने अपने मास्टर प्लान में इसका प्रावधान नहीं किया है। प्राधिकरण अपने अधिसूचित क्षेत्र में यमुना में रीवर फ्रंट विकसित करेगा। ये रीवर फ्रंट सेक्टर-24 में कादरपुर के पास, खेरली भाव, सेक्टर-24 ए-25 और सेक्टर 22 ई के पास विकसित किए जा सकते हैं। ये सेक्टर यमुना नदी से नजदीक हैं। हालांकि यमुना प्राधिकरण ने राया सिटी (नये वृंदावन) में रीवर फ्रंट विकसित करने की योजना बना चुका है।
हरित मास्टर प्लान होगा
मास्टर प्लान में किसी एक शहर बसाने की बात नहीं होगी। बल्कि 4-5 ग्रोथ सेंटर विकसित किए जाएंगे। इस बार पूरे शहर का विकास मिक्स लैंड यूज पर किया जाएगा। ग्रोथ सेंटर बनाने से शहर के विकास में तेजी मिलेगी। हर ग्रोथ सेंटर के पास उसी के बराबर हरित क्षेत्र प्रस्तावित किया जाएगा। ताकि यह मास्टर प्लान ग्रीन मास्टर प्लान बन सके।
सार्वजनिक सुविधाओं पर जोर
मास्टर प्लान में सार्वजनिक सुविधाओं और मनोरंजन का पूरा ध्यान रखा जाएगा। ग्रोथ सेंटर के पास रिक्रेशनल ग्रीन एरिया आरक्षित होगा। इसमें पार्क और मनोरंजन के साथ विकसित किए जा सकेंगे।
एविएशन हब के विकास की संभावना रहेगी
जेवर एयरपोर्ट अभी 5 रनवे का बनने जा रहा है। इससे आगे अगर विस्तार की जरूरत पड़ी तो किसी तरह की दिक्कत नहीं आएगी। मास्टर प्लान में एविएशन हब के विस्तार का प्रावधान किया जाएगा।
तीन विशेष खासियत रहेंगी
मास्टर प्लान में तीन विशेष खासियत रहेंगी। इलाके के संसाधनों का पूरा इस्तेमाल किया जाएगा। इस शहर को रहने लायक बनाया जाएगा। इस इलाके की विशेषताओं को बरकरार रखा जाएगा ताकि उसकी पहचान समाप्त ना हो।
ये होगा मास्टर प्लान की
2040 की अनुमानित जनसंख्या को देखते हुए यह मास्टर प्लान बनाया जाएगा।
भारी यातायात शहर में नहीं आएगा। इससे शहर में जाम नहीं लगेगा।
शहरी विकास का सबसे मजबूत ढांचागत सुविधाएं विकसित की जाएंगी।
वाटर बॉडी को विकसित किया जाएगा।
भूकंप के लिहाज से यह इलाका सिसमिक जोन-4 में आता है। इसी के अनुरूप काम होगा।
शहर को रेलमार्ग से जोड़ने का प्रावधान किया जाएगा।
यमुना प्राधिकरण का अधिसूचित क्षेत्र
जिला अधिसूचित गांव क्षेत्रफल
गौतमबुद्ध नगर 131 58397
बुलंदशहर 40 (दोनों जिलों का क्षेत्र है)
अलीगढ़ 105 34291
हाथरस 420 88968
मथुरा 431 75751
आगरा 60 11455