Greater Noida News (आशुतोष राय) : यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) की नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से परीचौक तक लाइट ट्रेन ट्रांजिट (एलआरटी) चलाने की तैयारी में जुट गयी है। लोगों का आम जीवन आसान करने के लिए प्राधिकरण ने पॉड टैक्सी की जगह लाइट ट्रैन लाने की तैयारी की है।
लाइट ट्रैन या पॉड टैक्सी कौन है बेहतर
अधिकारियों ने दावा किया है कि पॉड टैक्सी के मुकाबले लाइट ट्रेन ज्यादा कारगर है। वर्तमान में पॉड टैक्सी को कुछ ही देशों की कंपनियां बनाती हैं। ट्रैन 40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलती हैं। लाइट ट्रेन को विश्व में 100 कंपनियां बनाती हैं। कम लागत होने के साथ ही ये 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती हैं।
क्या है प्राधिकरण के अधिकारी का कहना
प्राधिकरण के अधिकारी ने मुताबिक यमुना सिटी में एयरपोर्ट तक मल्टी मॉडल कनेक्टिविटी को लेकर काम चल रहा है। प्राधिकरण ने पॉड टैक्सी के बजाय लाइट ट्रेन ट्रांजिट चलाने की तैयारी की है। उनका कहना है की यमुना सिटी के औद्योगिक सेक्टर के लिए पॉड टैक्सी चलाने की तैयारी थी, लेकिन रेपिड रेल के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने के बाद पॉड टैक्सी का प्लान रद्द कर दिया है।
दो कंपनियों को दी गई जिम्मेदारी
लाइट ट्रेन को लेकर दो कंपनियों को अध्ययन करने की जिम्मेदारी दी गई है। दोनों कंपनियां 30 तक अपनी रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करेंगी, जिसे शासन को भेजा जाएगा। दोनों कंपनियों के नाम सीमेंस और आईपीआरसीएल बताए गए है। दोनों कंपनियां अपनी स्टडी में जुट गई हैं। प्राधिकरण ने औद्योगिक सेक्टर-10, 21, 28, 29, 32, 33 से लाइट ट्रैन की अंतरिम कनेक्टिविटी पर भी जोर दिया है।