गुरुवार को लखनऊ में हाईप्रोफाइल मीटिंग, जानिए योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में क्या बदलाव होंगे

यमुना फ़िल्म सिटी पर नए सिरे से होगा मंथन : गुरुवार को लखनऊ में हाईप्रोफाइल मीटिंग, जानिए योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में क्या बदलाव होंगे

गुरुवार को लखनऊ में हाईप्रोफाइल मीटिंग, जानिए योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट में क्या बदलाव होंगे

Tricity Today | योगी आदित्यनाथ

Greater Noida | Lucknow : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के ड्रीम प्रोजेक्ट यमुना फिल्म सिटी (Yamuna Film City) को लेकर एक बार फिर नए सिरे से मंथन शुरू हो गया है। इस परियोजना को परवान चढ़ाने के लिए गुरुवार को लखनऊ में हाई प्रोफाइल बैठक होगी। जिसमें राज्य सरकार के टॉप लेवल अफसर शामिल होंगे। दरअसल, पिछले 2 वर्षों से चल रही कवायद को तब धक्का लगा, जब इस परियोजना पर काम करने के लिए कोई बड़ी कंपनी सामने नहीं आई। हालांकि, यूनिवर्सल स्टूडियो और फॉक्स स्टूडियो जैसे अंतर्राष्ट्रीय संस्थानों ने टेंडर खरीदे थे, लेकिन इन कंपनियों ने टेंडर दाखिल नहीं किए। अब जानकारी मिल रही है कि प्रोजेक्ट में कुछ बड़े बदलाव किए जा सकते हैं।

गुरुवार को लखनऊ में होगी हाई प्रोफाइल मीटिंग
यमुना एक्सप्रेसवे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ.अरुणवीर सिंह गुरुवार को लखनऊ जाएंगे। मिली जानकारी के मुताबिक राज्य सरकार और यमुना प्राधिकरण के अफसर एक हाईप्रोफाइल बैठक करेंगे। जिसमें यमुना फिल्म सिटी को नए सिरे से परवान चढ़ाने के लिए योजना बनाई जाएगी। सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक पिछली बार राज्य सरकार के निवेश मित्र सेल ने इस प्रोजेक्ट के लिए टेंडर जारी किया था। जिस पर आशातीत परिणाम नहीं मिले। अब संभावना जताई जा रही है कि टेंडर जारी करने की जिम्मेदारी यमुना अथॉरिटी को सौंप दी जाएगी। दरअसल, राज्य सरकार ने टेंडर में कुछ ऐसी शर्ते रखीं, जिन्हें लेकर यूनिवर्सल स्टूडियो और फॉक्स स्टूडियो जैसी कंपनियों ने अपने हाथ खींच लिए।

योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है फिल्म सिटी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने पिछले कार्यकाल के अंतिम वर्ष में जोर-शोर से यमुना फिल्म सिटी पर काम किया था। अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री फिल्म सिटी प्रोजेक्ट को प्रमोट करने के लिए मुंबई गए थे। वहां उन्होंने देश के नामचीन फिल्म निर्माता-निर्देशकों और फाइनेंसरों के साथ बैठक की थी। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पिछले 2 वर्षों से तमाम सीने सितारों से बैठक कर रहे हैं। इस सिलसिले में वह अक्षय कुमार से लेकर सुनील शेट्टी और संजय दत्त से मुलाकातें कर चुके हैं। मधुर भंडारकर और प्रकाश झा जैसे फिल्म निर्माता योगी आदित्यनाथ से मिलने लखनऊ आए। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने फिल्म सिटी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का निर्माण केंद्र बनाने के लिए राज्य सरकार की पॉलिसी में बड़े बदलाव किए हैं।

फिल्म सिटी के किस चरण में क्या बनेगा
  1. पहला चरण : फिल्म सिटी को तीन चरणों में विकसित किया जाएगा। पहले चरण में फिल्म निर्माण से जुड़ी गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। इसके तहत फिल्म स्टूडियो, खुला एरिया, एम्यूजमेंट पार्क और विला आदि विकसित किए जाएंगे। करीब 120 एकड़ में एम्यूजमेंट पार्क, 20-20 एकड़ में फिल्म स्टूडियो बनेंगे। पहले चरण के 80 प्रतिशत हिस्से में केवल फिल्म से जुड़े निर्माण कार्य किए जाएंगे। ताकि पहला चरण पूरा होते ही फिल्म की शूटिंग शुरू हो सके। 
  2. दूसरा चरण : फिल्म सिटी के दूसरे चरण में हास्पिटॉलिटी, रिजॉर्ट और व्यावसायिक गतिविधियों को विकसित किया जाएगा। ताकि शूटिंग में आने वाले लोगों को सहूलियत मिलें। फ़िल्म सिटी में नामचीन फाइव स्टार होटलों और अस्पताल को भी जगह मिलेगी। साथ ही फिल्म उद्योग से जुड़े व्यवसायों को बढ़ावा मिले।
  3. तीसरा चरण : तीसरे और अंतिम चरण में रिटेल डेवलपमेंट होगा। इस चरण में बचे हुए सारे काम किए जाएंगे।

केवल स्टोरी आएगी और फिल्म बनकर जाएगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि यमुना फिल्म सिटी एक मुकम्मल फिल्म उद्योग का स्वरूप हासिल करे। कोई कहानीकार, निर्देशक या निर्माता केवल कहानी लेकर आए और फिल्म लेकर वापस जाए। शूटिंग, रिकॉर्डिंग, डबिंग, निर्माण, एडिटिंग, वीएफएक्स, ग्राफिक और कलर करेक्शन से लेकर मार्केटिंग और डिस्ट्रीब्यूशन तक यमुना फिल्म सिटी से होना चाहिए। मुख्यमंत्री का मानना है कि यह फिल्म सिटी उत्तर प्रदेश के टूरिज्म, कल्चर और इतिहास को नया रूप देगी। इससे ना केवल निवेश और नौकरियां मिलेंगी बल्कि उत्तर प्रदेश के गौरवशाली इतिहास और संस्कृति को भी विश्व पटल पर रखने के अवसर मिलेंगे।

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