Gurugram News : कोरोना महामारी ने लोगों के दिलों में खौफ पैदा कर दिया था। इस महामारी के दौरान करोड़ों लोगों ने अपनी जान गवाई थी। इससे बचने के लिए सारे कड़े से कड़े कदम उठाये गए। इस दौरान सरकार ने लॉकडाउन लगा दिया था। लॉकडाउन में सारी चीजें बंद हो गई। लोग जान बचने के लिए अपने अपने घरों में कैद हो गए। हालांकि कोरोना ने लोगों के जीवन में गहरी छाप छोड़ दी है। लेकिन कुछ दिनों बाद सब कुछ सामान्य हो गया। जाने बचने के लिए लोगों ने वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया। 3 साल बीत जाने पर अब हालात सामान्य है। लेकिन गुरुग्राम से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिसमें एक महिला कोरोना के डर से अपने बच्चे के साथ 3 सालों से घर में कैद थी। यह जानकर आसपास के लोग हक्के-बक्के रह गए। वह घर में कैद है इसकी जानकारी महिला के पति ने पुलिस को दी। 3 साल पहले मां और बच्चा घर में कैद हो गए थे। उस वक्त बच्चा 7 साल का था, अब वह बच्चा 10 साल का हो गया।
क्या है पूरा मामला
पुलिस को शिकायत देते हुए सुजान माजी ने बताया कि उसकी पत्नी उसके बच्चे को लेकर 3 साल से घर में कैद है। दरअसल यह सिलसिला 3 साल पहले कोरोना के समय शुरू हुआ था। जब कोरोना के चलते देश में लॉकडाउन लग गए था । तब से अब तक उसकी मुनमुन माझी घर में बच्चे के साथ ही कैद है। पति दोनों को जरूरत के सामान लाकर देते तो था, लेकिन महिला ने उसे कभी घर में घुसने नहीं दिया। जितनी बार भी पति सामान लेकर आता था वह सीढ़ियों पर रख देता था। महिला समान को लेकर पहले साबुन से धो देती थी। फिर उसके बाद बच्चे को खिलाती थी। पति की शिकायत पर मंगलवार को पुलिस ने घर का दरवाजा तोड़कर दोनों को बरामद किया है। बताया जा रहा है कि इतने सालों से बच्चे ने धूप भी नहीं देखी थी। पत्नी का कहना है कि वह अपने बच्चे को वैक्सीन लगाने के बाद ही बाहर भेजना चाहती थी। परिवार से अलग होकर पत्नी मुनमुन माझी मारुति विहार में किराए के मकान में रह रही थी। पति सुजान माजी उसे बार-बार लॉकडाउन खत्म होने का कहता था। लेकिन लॉकडाउन का असर पत्नी के दिमाग में इस कदर बढ़ गया कि वह बाहर आने से ही में खौफ खा रही थी। बताया जा रहा है कि बेटा 3 साल से ऑनलाइन पढ़ाई कर रहा है। बुधवार शाम को गुरुग्राम में मजिस्ट्रेट के सामने महिला ने बताया कि वह चाहती थी कि उसका बेटा वैक्सीन लगाने के बाद ही घर से बाहर निकले। सुजान के मुताबिक उसने कई बार अपनी पत्नी को समझाया था, लेकिन वो नहीं मानती थी। उसकी बात न मानने पर पति ने पुलिस को शिकायत दी।
महिला मानसिक रूप से पीड़ित
जब महिला का चेकअप कराया गया तो डॉक्टरों ने उसे मानसिक समस्या से जूझते हुए पाया। डॉक्टर ने यह भी बताया कि बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ है। बच्चे ने बताया कि उसे समय पर खाना मिलता था और उसकी सभी प्रकार की जरूरत पूरी कर दी जाती थी। उन्होंने बताया कि पति और पत्नी दोनों को कोरोनावायरस टिका लग चुका है। इसके बाद भी महिला मानसिक रूप से ग्रस्त हो गई थी। फिलहाल पुलिस ने दोनों को रेस्क्यू कर इलाज के लिए मां को अस्पताल भेज दिया है। वहीं बच्चे को पिता को सोंप दिया है।