Hapur : अगर आप नए साल का जश्न अन्य राज्यों या जिलों में मनाने की सोच रहे हैं, तो पहले ट्रेनों की स्थिति के बारे में जान लें। देहरादून, काठगोदाम, जयपुर, बनारस जाने वाली सभी ट्रेनों के आरक्षित कोच में सीटें फुल हो गई हैं। वेटिंग लिस्ट भी 50 को पार कर गई है।
इन ट्रेनों में चल रही वेटिंग
सर्दियों के मौसम में लोग पहाड़ी क्षेत्रों के पर्यटन स्थलों पर जाना काफ़ी पसंद करते हैं। हापुड़ से नैनीताल, मसूरी के लिए सीधी ट्रेन नहीं हैं। नैनीताल जाने के लिए लोग काठगोदाम और मसूरी जाने के लिए देहरादून तक का टिकट बुक करा रहे हैं। नववर्ष पर काठगोदाम तक जाने वाली रानीखेत एक्सप्रेस के स्लीपर और एसी कोच फुल हो गए हैं। स्लीपर में वेटिंग 52 और एसी कोच में 40 तक पहुंच गई है। वहीं, देहरादून तक जाने वाली मसूरी एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में वेटिंग 65 पार कर गई है, जबकि एसी कोच में 20 तक वेटिंग चल रही है।
धार्मिक स्थलों पर जाने के लिए टिकट को लेकर मारामारी
कुछ लोग धार्मिक स्थलों पर भी नववर्ष मनाने की तैयारी कर रहे हैं, जिसके चलते अयोध्या जाने वाली अयोध्या एक्सप्रेस ट्रेन के स्लीपर और एसी कोच में वेटिंग लिस्ट 30 पार कर गई है। बनारस को जाने वाली काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में 50 से अधिक वेटिंग है। एसी कोच में भी सीटें नहीं मिल पा रही हैं। जयपुर को जाने वाली आला हजरत एक्सप्रेस ट्रेन के स्लीपर कोच में 90 और एसी में 35 सीटों की वेटिंग चल रही है। वहीं, वैष्णो देवी जाने के लिए भी ट्रेनों में आरक्षण के लिए मारामारी शुरू हो गई।
क्या कहते हैं टूर एंड ट्रेवलर
टूर एंड ट्रेवल्स के संचालक तुषार जैन का कहना है कि ट्रेनों में आरक्षण की स्थिति काफी खराब है। बड़ी संख्या में लोग जिले से बाहर नया साल मनाने के लिए जा रहे हैं। धर्मिक स्थलों और पहाड़ों पर जाने वालों की संख्या अधिक है।