गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ बड़े औद्योगिक क्षेत्र बसाए जाएं, ग्राम प्रधानों ने योगी आदित्यनाथ को भेजा खत

हापुड़ और बुलंदशहर की सूरत बदलो! : गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ बड़े औद्योगिक क्षेत्र बसाए जाएं, ग्राम प्रधानों ने योगी आदित्यनाथ को भेजा खत

गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ बड़े औद्योगिक क्षेत्र बसाए जाएं, ग्राम प्रधानों ने योगी आदित्यनाथ को भेजा खत

Twitter | मेरठ से इलाहाबाद तक गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) का निर्माण जोर शोर से चल रहा है।

Hapur News : 
मेरठ से इलाहाबाद तक गंगा एक्सप्रेसवे (Ganga Expressway) का निर्माण जोर शोर से चल रहा है। इस महामार्ग के दोनों ओर बड़े-बड़े उद्योग और शहर बसेंगे। इस परियोजना का भरपूर फायदा हापुड़ और बुलंदशहर जिलों को मिले, इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) से बड़ी मांग की है। शनिवार को सिंभावली और गढ़ क्षेत्र के ग्राम प्रधानों ने गढ़मुक्तेश्वर से भाजपा विधायक हरेंद्र सिंह तेवतिया को ज्ञापन सौंपा है। जिसमें गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ औद्योगिक क्षेत्र स्थापित करवाने की मांग की है।

भाजपा नेता देवेंद्र प्रधान के नेतृत्व में ग्राम प्रधानों ने ज्ञापन सौंपा
सीएम योगी आदित्यानाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेसवे गढ़ विधानसभा के कई गांवों से होकर निकल रहा है। इस एक्सप्रेसवे की दोनों तरफ औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए जाएंगे। पिछले दिनों हापुड़ में इन्वेस्टर्स समिट हुई, जिसमें 27 हजार करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए गए हैं, लेकिन अभी तक गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना पर सहमति नहीं हुई है। जिससे विधानसभा क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है। इसलिए गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे बसे गांवों समेत आसपास के इलाके में औद्योगिक इकाईयां स्थापित होनी चाहिएं। जिससे विधानसभा के लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। साथ ही गंगा नगरी में विकास को पंख लगेंगे।

विधायक को पत्र सौंपने वाले ग्राम प्रधान
इस मौके पर ग्राम प्रधान मधूबाला, प्रियंका, अमरपाल, जयवीर सिंह, संजीव कुमार, नरेंद्र त्यागी, सुधीर त्यागी, पवन त्यागी, श्रद्धानंद, हरीश त्यागी, गौरव त्यागी और रामानंद आदि मौजूद रहे। इन लोगों ने गढ़मुक्तेश्वर के विधायक को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा है। जिसमें बताया गया है कि गंगा एक्सप्रेसवे हापुड़ और बुलंदशहर में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। जब मुख्यमंत्री हापुड़ आए थे तो गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों और बड़े-बड़े औद्योगिक क्षेत्र बचाने का ऐलान किया था। अब सरकार को इस दिशा में जल्दी से जल्दी काम शुरू करना चाहिए।

वेस्ट और ईस्ट यूपी को जोड़ेगा गंगा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में 594 किमी लंबा, 6 लेन चौड़ा और 8 तक विस्तार योग्य ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा है। इसका फेज-1 मेरठ जिले में एनएच-334 पर बिजौली गांव से इलाहाबाद जिले में एनएच-19 पर जुदापुर दांदू गांव तक जाएगा। गंगा एक्सप्रेसवे की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 दिसंबर 2021 को शाहजहांपुर जिले में रखी थी। एक्सप्रेसवे के 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है। 594 किलोमीटर लंबा गंगा एक्सप्रेसवे मेरठ जिले में खरखौदा के पास बिजौली गांव से शुरू किया गया है। यह उत्तर प्रदेश के 12 जिलों मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अमरोहा, संभल, बदायूं, शाहजहांपुर, हरदोई, उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़ और प्रयागराज से होकर गुजरेगा। यह वेस्ट यूपी और ईस्ट यूपी के बीच सीधे आवागमन का तीव्र मध्यम बनेगा।

भाजपा नेता देवेंद्र प्रधान के नेतृत्व में ग्राम प्रधानों ने ज्ञापन सौंपा
सीएम योगी आदित्यानाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट गंगा एक्सप्रेसवे गढ़ विधानसभा के कई गांवों से होकर निकल रहा है। इस एक्सप्रेसवे की दोनों तरफ औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए जाएंगे। पिछले दिनों हापुड़ में इन्वेस्टर्स समिट हुई, जिसमें 27 हजार करोड़ रुपये के एमओयू साइन किए गए हैं, लेकिन अभी तक गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना पर सहमति नहीं हुई है। जिससे विधानसभा क्षेत्र के लोगों में रोष व्याप्त है। इसलिए गंगा एक्सप्रेसवे के किनारे बसे गांवों समेत आसपास के इलाके में औद्योगिक इकाईयां स्थापित होनी चाहिएं। जिससे विधानसभा के लोगों को रोजगार के अवसर मिल सकेंगे। साथ ही गंगा नगरी में विकास को पंख लगेंगे।

विधायक को पत्र सौंपने वाले ग्राम प्रधान
इस मौके पर ग्राम प्रधान मधूबाला, प्रियंका, अमरपाल, जयवीर सिंह, संजीव कुमार, नरेंद्र त्यागी, सुधीर त्यागी, पवन त्यागी, श्रद्धानंद, हरीश त्यागी, गौरव त्यागी और रामानंद आदि मौजूद रहे। इन लोगों ने गढ़मुक्तेश्वर के विधायक को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम एक विस्तृत ज्ञापन सौंपा है। जिसमें बताया गया है कि गंगा एक्सप्रेसवे हापुड़ और बुलंदशहर में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है। जब मुख्यमंत्री हापुड़ आए थे तो गंगा एक्सप्रेसवे के दोनों और बड़े-बड़े औद्योगिक क्षेत्र बचाने का ऐलान किया था। अब सरकार को इस दिशा में जल्दी से जल्दी काम शुरू करना चाहिए।

वेस्ट और ईस्ट यूपी को जोड़ेगा गंगा एक्सप्रेसवे
गंगा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में 594 किमी लंबा, 6 लेन चौड़ा और 8 तक विस्तार योग्य ग्रीनफ़ील्ड एक्सप्रेसवे बनाया जा रहा
 

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