Tricity Today | किसानों की समस्याओं का नहीं हो रहा समाधान
Hapur News : भाकियू टिकैत के पदाधिकारियों और सदस्यों की मंडी परिसर में आपातकालीन बैठक हुई। जिसमें किसानों की समस्या को जोरशोर से उठाया गया। अघोषित बिजली कटौती को लेकर कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। आवारा पशुओं के आतंक और एमएसपी का कानून नहीं बनाए जाने पर रोष जताया। तहसील के भ्रष्टाचार को भी उठाया, जल्द समस्याओं का समाधान नहीं होने पर 26 मई से कलक्ट्रेट के घेराव का एलान किया है।
भाकियू के प्रदेश सचिव रामपाल सिंह ने कहा कि किसानों की फसलों का मुनासिब दाम दिलाने के लिए सरकार द्वारा एमएसपी का कानून नहीं बनाया जा रहा है, ऐसे में किसानों को उनकी फसलों का वाजिब दाम नहीं मिल रहा है। सरसों के जिले में खरीद केंद्र तक नहीं बनाए गए, जिस कारण बाजारों में एमएसपी से बहुत कम दाम पर सरसों की बिक्री हुई।
जिला उपाध्यक्ष टेनपाल सिंह ने कहा कि किसानों को गन्ने का भुगतान नहीं दिया जा रहा है। किसान अपने खर्च चलाने के लिए इधर-उधर से कर्ज ले रहे हैं। फसलों की सिंचाई के लिए सिर्फ आठ घंटा ही सप्लाई मिल रही है, इसमें भी लगातार कटौती की जाती है। ऐसे में फसलें सूख रही हैं। आवारा पशुओं के आतंक से किसान परेशान हैं। बहादुरगढ़ क्षेत्र में एक वृद्धा को हाल ही में इन पशुओं ने मौत के घाट उतार दिया है। जिला प्रशासन इस मामले में गंभीर नहीं है।
एनसीआर अध्यक्ष नितिन बाना ने कहा कि तहसील के अंदर कोई भी कार्य बिना रिश्वत नहीं होता है। ऊर्जा निगम में करोड़ों के घोटाले का पैसा किसानों के बिल में जोड़कर भेजा जा रहा है। इन समस्याओं का तत्काल निस्तारण होना चाहिए। कार्यकर्ताओं ने 25 मई तक का अल्टीमेटम दिया है और उसके बाद 26 मई से कलक्ट्रेट घेराव का ऐलान किया है।
इस मौके पर टेनपाल सिंह, शोभाराम आर्य, कुंवरपाल, अनिता कुमार, तेजवीर राठी, नीरज, राकेश प्रधान, विरेंद्र सिंह, यशवीर सिंह, निरंकार प्रधान, भगत सिंह, धनवीर शास्त्री, उदयवीर मुखिया, नितिन बाना, गुरूदेव सिंह, बब्लू आर्य, सतीश, पंकज चौधरी, अनुज प्रधान और अमित आदि मौजूद रहे।