यूपी ATS ने पहले भी पकड़े हैं 'गद्दार', हापुड़ से हुई थी पूर्व सैनिक की गिरफ्तारी

जिले में ISI का नेटवर्क ब्रेक : यूपी ATS ने पहले भी पकड़े हैं 'गद्दार', हापुड़ से हुई थी पूर्व सैनिक की गिरफ्तारी

यूपी ATS ने पहले भी पकड़े हैं 'गद्दार', हापुड़ से हुई थी पूर्व सैनिक की गिरफ्तारी

Tricity Today | हापुड़ से हुई थी पूर्व सैनिक की गिरफ्तारी

Hapur News : पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई (ISI) को गोपनीय सूचना लीक करने के तार हापुड़ से जुड़े हैं। यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी हापुड़ से 8 जनवरी 2021 को सौरभ शर्मा नाम के पूर्व सैनिक को ATS ने गिरफ्तार किया था। सौरभ शर्मा भी आईएसआई के संपर्क में था। दावा था कि आईएसआई के एजेंट ने सौरभ की पत्नी के खाते में रुपये भेजे थे। वह गांव बिहूनी का रहने वाला था। रविवार को सतेंद्र के रूप में हापुड़ जिले से दूसरा जासूस पकड़ा गया था।

क्या है पूरा मामला
एटीएस ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि रूस दूतावास में कार्यरत कर्मचारी को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को गोपनीय सूचना देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। वह गोपनीय सूचनाओं के साथ ही अन्य महत्वपूर्ण खुफिया जानकारी पाकिस्तान को भेज रहा था। एटीएस की टीम सतेंद्र को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है। 

2021 में भी हो चुकी है गिरफ़्तारी 
यूपी एटीएस की मेरठ टीम ने 8 जनवरी-2021 को हापुड़ से पूर्व सैनिक सौरभ शर्मा को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। पूर्व सैनिक पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी को सेना की गोपनीय सूचनाएं भेजने का आरोप था। एटीएस ने उसके संबंध में तमाम साक्ष्य जुटाए थे। एटीएस की टीम ने हापुड़ जिले से यह गिरफ्तारी की थी। आरोपी पूर्व सैनिक साल-2013 में सेना में भर्ती हुआ था। एटीएस ने इससे पहले भी पूर्व फौजी सौरभ शर्मा को हिरासत में लिया था। लेकिन, पूछताछ के बाद छोड़ दिया था। वह हापुड़ के बहादुरगढ़ थाना क्षेत्र के बिहुनी गांव का रहने वाला था।

पूछताछ में हुआ खुलासा
तत्कालीन एडीजी कानून व्यवस्था और मौजूदा डीजीपी प्रशांत कुमार ने बताया था कि जिले के रहने वाले पूर्व फौजी सौरभ शर्मा ने सेना की गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान भेजी थीं। उन्होंने बताया था कि गुजरात के गोधरा से अनस गितैली नाम के जासूस को गिरफ्तार किया गया था। उससे मिली जानकारी के आधार पर सौरभ शर्मा को गिरफ्तार किया था। सौरभ शर्मा वर्ष-2014 में पठानकोट में सिग्नल कोर में तैनात था। सौरभ की पत्नी के खातों में अनस के खाते से बड़ी रकम आई थी। आरोपी सौरभ ने मई-2020 में मेडिकल कारणों से सेना की नौकरी छोड़ दी थी। इस संबंध में लखनऊ के एटीएस थाने में सौरभ शर्मा के खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की गई थी। एटीएस ने सौरभ शर्मा से पूछताछ के बाद महत्वपूर्ण सबूत जुटाए थे।

अब खुलेंगे महत्वपूर्ण राज
उत्तर प्रदेश के आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) ने भारतीय दूतावास मॉस्को में तैनात एक कर्मचारी को मेरठ से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी का नाम सतेंद्र सिवाल है। सतेंद्र सिवाल पर आरोप है कि वह पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी कर रहा था। वर्तमान में वह मास्‍को स्थित भारतीय दूतावास में कार्यरत है। सतेंद्र थाना देहात क्षेत्र के गांव शाहमहीउद्दीनपुर का रहने वाला है। यूपी एटीएस से पूछताछ में उसने अपना अपराध स्‍वीकार कर लिया है। उसके पास मौजूद दो मोबाइल फोन को यूपी एसटीएस ने अपने कब्जे में ले लिया है। उसके मोबाइल से कई महत्वपूर्ण जानकारी मिल सकती है।

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