समुद्र में लगा भीषण जाम, हर घंटे 400 मिलियन डॉलर का हो रहा नुकसान, जानें कैसे बदल गई 20,000 कंटेनर्स ले जाने वाले जहाज की दिशा

कुछ हटके : समुद्र में लगा भीषण जाम, हर घंटे 400 मिलियन डॉलर का हो रहा नुकसान, जानें कैसे बदल गई 20,000 कंटेनर्स ले जाने वाले जहाज की दिशा

समुद्र में लगा भीषण जाम, हर घंटे 400 मिलियन डॉलर का हो रहा नुकसान, जानें कैसे बदल गई 20,000 कंटेनर्स ले जाने वाले जहाज की दिशा

Social Media | समुंदर में लगा भीषण जाम

आपको सुनने में भले ही हास्यास्पद लगे, लेकिन समुंदर में भीषण ट्रैफिक जाम लग गया है। इस जाम की वजह से प्रति घंटे करीब 400 मिलियन डॉलर का नुकसान हो रहा है। जिस रूट पर यह जाम लगा है, वहां से दुनिया का 12 फ़ीसदी व्यवसाय किया जाता है। एक्सपर्ट का कहना है कि अगर अगले एक-दो दिन में इस रूट को खाली नहीं कराया गया, तो विश्व के कई देशों में जरूरी सामानों की आपूर्ति प्रभावित होगी। हालांकि छोटे जहाजों की मदद से इसे सीधा करने की कोशिश की जा रही है।

स्वेज नहर में फंसा कार्गो शिप
बीते मंगलवार को मिस्र की स्वेज नहर में एक विशालकाय कार्गो कंटेनर शिप फंस गया। इसकी वजह से इस समुद्री मार्ग पर भीषण जाम लग गया है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर इस मार्ग को जल्द खाली नहीं कराया गया, तो इस रास्ते से होने वाली वैश्विक आपूर्ति प्रभावित होगी। बताते चलें कि स्वेज नजर भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ती है। इस मार्ग के जरिये जहाज एशिया से सीधे यूरोप पहुंच जाते हैं। उन्हें अफ्रीका घूमकर नहीं जाना पड़ता है।

तेज हवाओं ने बदल दी पनामा के जहाज की दिशा
एमवी एवर गिवन नाम का यह व्यवसायिक जहाज पनामा का है। इस पर पनामा का झंडा लगा हुआ है। ये जहाज एशिया और यूरोप के बीच व्यापार करता है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि जहाज नहर में कैसे फंसा। ताइवान की एक शिपिंग कंपनी एवरग्रीन मरीन कॉ‌र्प्स इस जहाज का संचालन करती है। कंपनी ने एक बयान जारी करते हुए कहा है कि जहाज ने जब लाल सागर से स्वेज नहर में प्रवेश किया, उसी दौरान उसे तेज हवाओं का सामना करना पड़ा। मिस्र के एक अधिकारी ने भी जहाज के फंसने की वजह तेज हवाओं को ही बताया है। दरअसल मंगलवार को इस इलाके में तेज हवाएं चल रही थीं। रेतीले तूफान से भी सामना हुआ था। इस दौरान 50 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल रही थीं। 

छोटे जहाजों की मदद ली जा रही है
एवर गिवन का प्रबंधन करने वाले बर्नहार्ड शुल्त ने एक बयान में कहा कि जहाज में सवार चालक दल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं। फिलहाल किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। समुद्र और जहाज के विशेषज्ञ वेबसाइट मरीनट्रैफिकडॉटकॉम ने लिखा है कि जहाज का अगला हिस्सा नहर की पूर्वी दीवार को छू रहा है। जबकि इसका पिछला हिस्सा पश्चिमी दीवार के बेहद करीब है। कई छोटे जहाज इसके चारों तरफ से इसे आगे की ओर खींचने की कोशिश में लगे हैं। 

दो दिन का समय लग सकता है
मिस्र के अधिकारियों ने बताया एवर गिवन को सीधा करने में दो दिन का वक्त लग सकता है। इसके लिए छोटे जहाजों से की मदद ली जा रही है। यह जहाज स्वेज नहर के दक्षिणी मुहाने के पास फंसा हुआ है। दरअसल यहां जहाजों के लिए सिंगल लेन है। कैंपबेल यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर आर मर्कोग्लियानो ने इस स्थिति पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, स्वेज नहर में जहाज के फंसे होने से भूमध्य सागर और लाल सागर के बीच होने वाले व्यापार पर असर पड़ेगा। इससे व्यवसाय को खासा नुकसान हो सकता है। स्वेज नहर से रोजाना 50 मालवाहक जहाज गुजरते हैं। नहर के बंद होने से कोई भी जहाज उत्तर से दक्षिण की तरफ नहीं जा पाएगा।

एक बार में 20 हजार कंटेनर्स लादे जा सकते हैं
एवर गिवन जहाज स्वेज नहर होते हुए नीदरलैंड के रोटर्डम जा रहा था। इसे 2018 में तैयार किया गया था। इस जहाज की लंबाई 400 मीटर और चौड़ाई 59 मीटर है। यह दुनिया के चुनिंदा सबसे बड़े मालवाहक जहाजों में से एक है। इस पर एक बार में 20 हजार कंटेनर्स लादे जा सकते हैं। 1869 में व्यापार के लिए खोली गई स्वेज नहर तेल, प्राकृतिक गैस और कच्चे माल को पूर्व से पश्चिम पहुंचाने वाले प्रमुख मार्गों में से एक है। बताते चलें कि दुनिया का 12 फीसदी व्यापार इसी रास्ते से होता है। मिस्र के राजस्व में इस नहर की वजह से होने वाली आय अहम है।

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