पीएम मोदी की फोटो पर कांग्रेस ने की राजनीति शुरू, पलटवार में भाजपा ने दिया करारा जवाब

SCO Summit 2022 : पीएम मोदी की फोटो पर कांग्रेस ने की राजनीति शुरू, पलटवार में भाजपा ने दिया करारा जवाब

पीएम मोदी की फोटो पर कांग्रेस ने की राजनीति शुरू, पलटवार में भाजपा ने दिया करारा जवाब

Google Image | एससीओ शिखर सम्मेलन में अन्य देशों के प्रमुखों के साथ पीएम मोदी

New Delhi : उजबेकिस्तान के समरकंद में शुरू हुए शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन की तस्वीर को लेकर भारत में राजनीति शुरू हो गई। समिट से पहले सभी राष्ट्राध्यक्षों के साथ जारी हुई पीएम मोदी की ग्रुप फोटो पर कांग्रेस ने निशाना साधा है।
दरअसल, जारी हुई तस्वीर में पीएम मोदी सबसे किनारे पर खड़े दिखाई दे रहे हैं। वहीं दूसरे किनारे पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ दिख रहे हैं। जिसको लेकर कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने तंज कसते हुए एक ट्वीट में कहा, "पीएम मोदी और विदेश मंत्रालय की काफी खराब शुरुआत है। वह एक किनारे पर खड़े हैं, जबकि दूसरे किनारे पर खुद पाकिस्तान के पीएम खड़े है। मुझे लाल आंख नहीं बल्कि ‘बंद आंख’ दिखाई दे रही है।"

ट्वीट के खिलाफ भाजपा का जोरदार पलटवार
कांग्रेस नेता के ट्वीट पर भारतीय जनता पार्टी की ओर से भी करारा पलटवार हुआ। जिस पर भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने एक पुरानी तस्वीर शेयर किया। जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जी20 की एक बैठक में सिर नीचे करे हुए दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा, मेजबान देश द्वारा तय प्रोटोकॉल पर राजनीति करना अधकचरापन की निशानी है। उन्होंने आगे यह भी कहा कि क्या राहुल गांधी चीन के साथ एमओयू साइन करते समय और डोकलाम मामले के दौरान चीनी राजदूत के साथ चाइनीज खाना खाते हुए उन्हें "लाल आंख" दिखा रहे थे? और क्या आरजीएफ में चंदा लेते समय उन्होंने लाल आंख दिखाई थी।

एससीओ शिखर सम्मेलन में पीएम मोदी ने की शिरकत
पीएम मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन व अन्य राष्ट्राध्यक्षों के साथ एससीओ शिखर सम्मेलन में शिरकत की। गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद शी जिनपिंग और मोदी पहली बार एक दूसरे आमना-सामना हुआ। आपको बता दें पीएम मोदी के समरकंद रवाना होने से ठीक पहले उनका एक बयान जारी हुआ। जिसमें उनका कहना है कि, ‘‘मैं एससीओ शिखर सम्मेलन में सामयिक, क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने, एससीओ के विस्तार और संगठन के भीतर बहुआयामी और परस्पर लाभकारी सहयोग को और गहरा करने को लेकर बेहद उत्सुक हूं।’

प्रधानमंत्री मोदी ने इस समिट में क्या कहा?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने SCO समिट को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा, इस साल भारत की अर्थव्यवस्था के 7.5 फीसदी की दर से बढ़ने की उम्मीद है। पीएम ने कहा, हम प्रत्येक सेक्टर में इनोवेश का समर्थन कर रहे हैं। आज भारत में 70 हजार से ज्यादा स्टार्ट आप है, जिसमें 100 से अधिक यूनीकॉर्न हैं। इस क्षेत्र में हमारा अनुभव एससीओ देशों के काम आ सकता है। इसी उद्देश्य से हम एससीओ सदस्य देशों के साथ अनुभव साझा करने के लिए तैयार हैं।

इस वक्त कितने देश SCO में शामिल हैं? 
इस वक्त SCO के सदस्य देशों की संख्या बढ़कर आठ हो चुकी है। SCO के आठ पूर्णकालिक सदस्यों में भारत, कजाखस्तान, चीन, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, पाकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। चार देशों अफगानिस्तान, बेलारूस, ईरान और मंगोलिया को SCO में पर्यवेक्षक का दर्जा मिला हुआ है। वहीं, छह देशों अजरबैजान, आर्मेनिया, कंबोडिया, नेपाल, तुर्की और श्रीलंका को एक संवाद भागीदार राष्ट्र का दर्जा प्राप्त है। इस तरह से पांच देशों के बीच सैन्य तनाव कम करने के लिए शुरू हुआ ये संगठन एशिया के बेहद ताकतवर संगठन के रूप में बदल चुका है। इस संगठन में 18 देश जुड़े हुए हैं।

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