2015 के बाद पहली बार 2019 में जमीन की कीमतें सबसे तेज गति से बढ़ी थीं
2020 में छह साल में पहली बार होटल और घरों की मांग पर चोट पड़ी है
टोक्यो में गिरावट 7.1% तक दर्ज की गई है
जापान में जमीन की कीमतें घट गई हैं। कोरोनावायरस महामारी के कारण 2020 में छह साल में पहली बार होटल और घरों की मांग पर चोट पड़ी है। महामारी से पहले विदेशी पर्यटकों की आमद और कम ब्याज दर ने जमीन की कीमतों को बढ़ावा देने में मदद की थी। अब कोरोना वायरस को रोकने के लिए विदेशी पर्यटकों को रोका गया। आपातकाल के कारण आर्थिक गतिविधि धीमी हो गई हैं। देश में औसत भूमि की कीमतों में पिछले साल 0.5% गिरावट आई है।
भूमि मंत्रालय के सर्वेक्षण के अनुसार 2015 के बाद पहली बार 2019 में जमीन की कीमतें सबसे तेज गति से बढ़ी थीं। 2020 में वाणिज्यिक भूमि की कीमतें 0.8% तक गिर गई हैं। सात साल में पहली बार आवासीय भूमि की कीमतें 0.4% फिसल गई हैं। मंत्रालय ने देशभर में लगभग 26,000 स्थानों का सर्वेक्षण किया गया है।
सर्वेक्षण में कहा गया है कि दुकानों और होटलों की मांग में गिरावट आई है और अनिश्चितता है। ओवर आउटलुक ने खरीदारों को सतर्क रहने के लिए प्रेरित किया है। जिसके परिणामस्वरूप कुल वाणिज्यिक भूमि की कीमतें गिर रही हैं। आवासीय भूमि लेनदेन नरम हो गया और रोजगार कमजोर हुआ। कोरोनावायरस महामारी इसका कारण है।
भूमि मंत्रालय के अधिकारी ने संवाददाताओं को बताया कि व्यापक गिरावट देश के प्रमुख रियल एस्टेट तक बढ़ गई है। जापान के सबसे महंगे एस्टेट बाजार टोक्यो में भी नौ साल में पहली बार कीमत में गिरावट आई है। टोक्यो में गिरावट 7.1% तक दर्ज की गई है।