Google Image | सन हॉस्पिटल के संचालक पर FIR दर्ज हुआ
उत्तर प्रदेश इन दिनों कोरोना की मार झेल रहा है।इतने मे राजधानी लखनऊ के सन हॉस्पिटल के निदेशक अखिलेश पांडे सहित कई अन्य पर मुकदमा दर्ज किया गया है। उनपर आरोप है कि पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन सिलेंडर होने के बावजूद अस्पताल के गेट पर नोटिस चिपका कर लोगों को भ्रमित किया गया। सीएचसी चिनहट के अधीक्षक डॉ. सुरेश पांडे की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कराया गया है। डीएम अभिषेक प्रकाश ने गोमतीनगर स्थित सन अस्पताल के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया है। सन अस्पताल पर आरोप हैं कि ऑक्सीजन न होने की अफवाह फैलाकर मरीजों को भर्ती नहीं करने और फिर मनमाने तरीके से वयवहार करने का प्रयास किया है। इस मामले में स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने कहना है कि कुछ निजी अस्पतालों ने ऑक्सीजन रहते हुए भी खाली बेड को खाली ही रखा है।ताकि वे मनमानी पैसा लें सके। इस पर सन हॉस्पिटल के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। इससे अस्पतालों को संदेश जाएगा कि अगर गलत तरीके से पैसे लेते हैं तो कार्रवाई होगी।
सन हॉस्पिटल के खिलाफ मरीज वेद प्रकाश ने थाने में शिकायत की थी। आरोप लगाया था कि भर्ती होने के बावजूद सही तरीके से इलाज नहीं किया और ऑक्सीजन नहीं होने का भय दिखाकर पैसे वसूलते रहे। वेद प्रकाश दूसरे अस्पताल चले गए तो पैसे वापस करने में आनाकानी करते रहे। इस तरह की तमाम शिकायतें सन अस्पताल के खिलाफ थीं। जानकारी मिलने पर डीएम अभिषेक प्रकाश ने एसडीएम सदर को जांच सौंपी थी।
एसडीएम सदर प्रफुल्ल त्रिपाठी ने मामले की जांच की तो पता चला कि अस्पताल के पास ऑक्सीजन का पर्याप्त स्टाक था। इसके बावजूद संचालक ने अपने फायदे और मरीजों से वसूली करने के चक्कर में अस्पताल के बाहर नोटिस चिपका दिया और सोशल मीडिया पर ऑक्सीजन की कमी की सूचना वायरल कर दी। इस मामले में प्रभारी निरीक्षक चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि सीएचसी चिनहट के अधीक्षक डॉ सुरेश पांडे की तहरीर पर आपदा प्रबंधन की धारा 51, 52, महामारी अधिनियम 3, धारा 144 का उल्लंघन और अफवाह फैलाने का मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे में अखिलेश पांडे व अन्य निदेशकों को आरोपी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।