लखनऊ/दावोस। स्विट्जरलैंड के दावोस शहर से उत्तर प्रदेश के लिए एक बड़ी और अच्छी खबर आ रही है। इससे राज्य में ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में कटौती के साथ ही पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा प्रदेश के युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। दावोस में आयोजित विश्व आर्थिक मंच में हीरो ग्रुप ऑफ़ कम्पनीज की हीरो फ्यूचर एनर्जीज (एचएफई) इकाई उत्तर प्रदेश में हरित ऊर्जा एवं स्वच्छ प्रौद्योगिकी परियोजनाओं की स्थापना के लिए 4000 करोड़ का निवेश करेगी। इसके लिए एक समझौता-ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
क्या है पूरा मामला
दावोस (स्विट्जरलैंड) में हो रहे विश्व आर्थिक मंच के दौरान उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से कृषि उत्पादन आयुक्त तथा अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह तथा हीरो फ्यूचर एनर्जीज के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक राहुल मुंजाल ने एमओयू पर हस्ताक्षर किए। वर्तमान में हीरो फ्यूचर एनर्जीज़ की भारत तथा यूरोप में पवन ऊर्जा, सौर ऊर्जा एवं रूफटॉप सौर ऊर्जा उत्पादन की 3 गीगावॉट की पावरग्रिड प्रचालित है। साथ ही भारत, वियतनाम, बांग्लादेश तथा यूनाइटेड किंगडम में इसकी 2 गीगावॉट की अन्य परियोजनाएं प्रस्तावित हैं। इसके अतिरिक्त उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल ने एचसीएल टेक्नोलॉजीज, यूनिलीवर, नेस्ले, माइक्रोसॉफ्ट तथा रीन्यू इत्यादि कंपनियों के उच्चाधिकारियों से भी मुलाकात की।
कंपनी ने उत्पादन क्षेत्र में विस्तार पर चर्चा
प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक में एचसीएल टेक्नोलॉजीज के चीफ प्रोडक्ट ऑफिसर कल्याण कुमार ने लखनऊ में अपनी कंपनी के उत्पादन क्षेत्र में विस्तार करने के विषय पर चर्चा की। लखनऊ में 100 एकड़ के विशेष आर्थिक क्षेत्र के रूप में एचसीएल आईटी सिटी के अंतर्गत एचसीएल की एक परियोजना पहले से ही कार्यरत है।
नेस्ले ग्लोबल के अध्यक्ष पॉल बुल्के के साथ भी बैठक
प्रतिनिधिमंडल ने माइक्रोसॉफ्ट के प्रबंध निदेशक– इंडस्ट्री रिसर्च रणवीर चंद्रा से मुलाकात की और राज्य में आर्टिफीशियल इंटेलिजेंस (एआई) हब स्थापित करने की संभावना पर चर्चा की। उत्तर प्रदेश सरकार के अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह की नेस्ले ग्लोबल के अध्यक्ष पॉल बुल्के के साथ भी एक सार्थक बैठक हुई। उसमें राज्य में नेस्ले का एक प्लांट स्थापित करने की संभावना पर विचार किया गया। प्रतिनिधिमंडल ने दुग्ध उत्पादन बढ़ाने के लिए राज्य में किसानों के साथ नेस्ले के साझा सहयोग की संभावनाएं तलाशीं।