Tricity Today | गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार किया
Lucknow : राजधानी लखनऊ की हज़रतगंज पुलिस ने रविवार को ठगी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है। जो लोगों से विदेश भेजने के नाम पर ठगी करने का काम करता था। यह गिरोह इतना शातिर है कि हज़रतगंज जैसे VVIP इलाके में ऑफिस को संचालित कर रहा था और किसी को कानो कानो खबर तक न लगी। आखिरकार ठगी का शिकार हुए पीड़ितों ने जब पुलिस को शिकायत दर्ज कराई। तब जाकर मामला प्रकाश में आया।
इसके बाद पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार करते हुए 2 लाख 25 हज़ार रूपये बरामद किये हैं।
पैसा हड़पकर देते थे फर्जी वीजा
डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक ने बताया कि बीते दिनों अरबाज सिद्धकी की तहरीर पर हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया था। पीड़ित का आरोप था कि आरोपियों ने विदेश भेजने के नाम पर पासपोर्ट के आधार पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर वीजा लगाने के नाम पर कई लोगों से करोड़ों रुपए की हेराफेरी की। वहीं विवेचना के दौरान संतोष कुमार सिंह और रूपेश कुमार मिश्रा की संलिप्तता पाई गई। ये दोनों ही आरोपी मूल रूप से बिहार के रहने वाले हैं जो लखनऊ में रहकर गिरोह बनाकर लोगों पैसा हड़पकर उन्हे फर्जी वीजा दे देते थे।
आरोपी इस तरह से करते थे ठगी
डीसीपी के मुताबिक, आरोपी रूपेश कुमार मिश्रा अपना नाम छिपाकर एवं अपने नाम से कोई भी बैंक खाता न खुलवाकर संतोष कुमार सिंह के नाम से अकाउंट खुलवाया। लेकिन सभी ट्रांजेक्शन खुद करता था। इसी के पास संतोष की चेकबुक भी मिली है। लगभग 350 व्यक्तियों के पासपोर्ट जमाकरा कर उनको सऊदी अरब एवं अन्य देशों में नौकरी पर ऊंचे दामों पर सैलरी देने के नाम पर फर्जी कूटरचित कंपनियों के दस्तावेज के आधार पर संतोष सिंह के अकाउंट में पैसा जमा कराया और करोड़ों रुपए की हेराफेरी कर दी।