Lucknow News : लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) भ्रष्टाचार रोकने के साथ ही आवंटियों की समस्याओं को एक निर्धारित समय में दूर करने के लिए योजना तैयार की है। योजना के तहत अब LDA का सारा काम आनलाइन होगा। कुल मिलाकर जिन फाइलों की चाल बेहद धीमी होती थी, अब वह न सिर्फ तेज होगी बल्कि उससे संबंधित कर्मचारीयों का प्रमोशन, वेतन बढ़ोत्तरी भी उसके कार्य को देखकर की जाएगी। प्रारंभिक तौर पर LDA के आइटी शाखा ने लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी के सामने पूरा विवरण बनाकर प्रस्तुत किया है।
250 कम्प्यूटर खरीदने की तैयारी में LDA
जेम्स पोर्टल के जरिए करीब ढाई सौ कंप्यूटर खरीदने की तैयारी है। उद्देश्य है कि कम से कम लागत में बेहतर कम्प्यूटर खरीदे जाए। इसके साथ ही संपत्ति में तैनात सैकड़ों बाबुओं के डिजिटल हस्ताक्षर बनवाए जाएंगे। सामान्य तौर पर एक डिजिटल हस्ताक्षर बनवाने में हजारों का खर्च आता है। यह सारी व्यवस्था को लागू करवाने में लविप्रा को डेढ़ करोड़ के आसपास खर्च करना होगा। फिर प्राधिकरण में भ्रष्टाचार की चाल धीमी हो जाएगी।
चरणबद्ध तरीके से बनाई जा रही योजना
अगर यह व्यवस्था लागू होती है तो LDA की लाखों फाइलें जो आवंटियों से जुड़ी हैं, उनका ब्योरा आगामी दो से पांच साल में आनलाइन होगा। कोई भी अफसर व बाबू फाइल का ब्योरा डालकर उसकी स्थिति को जान सकेगा। लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि इस व्यवस्था को बनाने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करना होगा। इसके लिए लविप्रा के हर अनुभाग में कंप्यूटर चाहिए होंगे। अब यह व्यवस्था बनाने के लिए चरणबद्ध योजना बनाई जा रही है।