यूपी की राजधानी लखनऊ के गोमतीनगर इलाके स्थित जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर एक बार फिर चर्चा में है। लगभग 900 करोड रुपए से बने इस विवादित अंतर्राष्ट्रीय संस्थान में चोरों ने 165 बाथरूम शावर और 126 सीपी एंगल वाल्व पार कर दिया। इतनी बड़ी चोरी हो गई और एडीए के सुरक्षाकर्मियों को पता भी नहीं चला। गोमती नगर थाना पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। वहीं बड़ी सुरक्षा के बीच इतनी बड़ी चोरी की सूचना मिलते ही एलडीए के अफसरों में हड़कंप मच गया।
गोदरेज एंड वायस के प्रोजेक्ट मैनेजर ने दर्ज कराई FIR
शिकायतकर्ता कपिल नायक ने बताया कि जेपीएनआईसी का निर्माण मेसर्स शालीमार कापर्स प्रा.लि को 2013 में दिया गया था। जबकि शालीमार कापर्स द्वारा वर्ष 2015 में प्रोजेक्ट के निर्माण मैकेनिकल इलेक्ट्रिकल एवं प्लंबिंग कांट्रैक्टर्स गोदरेज एंड बॉयस मैन्युफैक्चरिंग लिमिटेड विक्रोली मुंबई इसकी ब्रांच ऑफिस सिटी बिल्डिंग संजय कंपलेक्स आकाशवाणी भवन लखनऊ में है को दिया गया था। गोदरेज कंपनी द्वारा स्टोर मैनेजर के रूप में वर्ष 2016 में रखा गया। उन्होंने बताया कि कंपनी के साथ कॉन्ट्रैक्ट की अवधि 31 मार्च 2021 को पूरी हो रही थी और कॉन्ट्रैक्ट रिन्यूअल ना होने की वजह से मुझे चार्ज लेने के लिए लखनऊ भेजा गया। चार्ज लेते समय बाथरूम शावर एवं सीपी एंगल वाल्व भी स्टोर पर मौजूद थे।
एलडीए ने झाड़ा पल्ला
एलडीए सचिव पवन गंगवार ने बताया कि अभी जेपीएनआईसी निर्माणाधीन है। प्रोजेक्ट एलडीए को हस्तगत नहीं किया गया है। इसलिए वहां पर हुई चोरी की जिम्मेदारी एलडीए और एलडीए के सुरक्षा कर्मियों की नहीं है।