Lucknow : विश्व चैंपियनशिप विजेता और ओलंपियन विनेश फोगाट ने बुधवार को जंतर-मंतर पर आरोप लगाते हुए कहा कि लखनऊ के राष्ट्रीय शिविर में कई कोच ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है। साथ ही उनको मानसिक और शारीरिक तौर से प्रताड़ित भी किया है। इन सब में सबसे बड़ा नाम बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह का आया है। विनेश फोगाट ने बुधवार को कहा था कि या तो बृजभूषण शरण सिंह 72 घंटों में जवाब दे या फिर इस्तीफा दे। अब बृजभूषण शरण सिंह के पास केवल 48 घंटे बचे हैं।
क्या है पूरा मामला
विनेश फोगाट ने आरोप लगते हुए बताया कि भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह कई वर्षों से महिला पहलवानों का यौन शोषण करते आ रहे हैं। उन्हें हटाने के लिए प्रधानमंत्री और गृह मंत्री के हस्तक्षेप की मांग भी की है। समाज में अपनी इज्जत और करियर के चलते कोई उनके खिलाफ आवाज नहीं उठा पाता हैं, लेकिन अब पानी सर से ऊपर चढ़ गया है। महिलाएं सबसे पहले तो सामाजिक लड़ाई लड़ कर स्पोर्ट्स में अपना करियर बनाने की कोशिश करती है और ऐसे उच्च दर्जे के लोग उन मासूमों का फायदा उठाते है।
जंतर-मंतर पर दिया धरना
इस संबंध में ओलंपियन बजरंग पुनिया और साक्षी मलिक सहित पहलवानों ने जंतर मंतर पर रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। एक अन्य पहलवान ने कहा ,‘‘ तानाशाही नहीं चलेगी .’’ बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए जंतर-मंतर पर धरना दिया जा रहा है। इस धरने में कई नामचित पहलवान शामिल हुए है।
कौन है बृजभूषण शरण सिंह
बृजभूषण शरण सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष होने के साथ ही बीजेपी से सांसद भी हैं। वे 1991 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीतकर सांसद बने थे। इसके बाद बृज भूषण सिंह ने 1999, 2004, 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी जीत हांसिल की थी। बृज भूषण सिंह कुल छह बार सांसद रहे चुके हैं साथ ही इसके अलावा वे 2011 से कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष हैं। 2019 बीजेपी सांसद तीसरी बार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बने हैं। लेकिन यह एहम सवाल है कि नामचित पहलवानों ने उन पर योन शोषण का आरोप लगाया है। इसके बाद भी वह तीन बार कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बन चुके है।
बीजेपी सांसद सभी आरोपों बताया बुनियादी
बीजेपी सांसद और WFI अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह ने अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को बुनियादी करार किया है। उन्होंने सफाई देते हुए कहा, "मुझ पर सभी आरोप निराधार है और किसी एथलीट का उत्पीड़न नहीं हुआ।" उन्होंने कहा कि अगर आरोप साबित हुए "तो फांसी पर लटक जाऊंगा।" उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ साजिश की जा रही है, लेकिन मैं जांच के लिए तैयार हूं उन्होंने कहा कि हमने पारदर्शी व्यवस्था लागू की है और ओलंपिक विजेता पहलवान ट्रायल नहीं चाहते हैं लेकिन इन सब में 97 फीसदी खिलाड़ी फेडरेशन के साथ हैं। उन्होंने कहा कि हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की कमेटी बनेगी और सरकार चाहे तो कोई भी जांच करवा सकती है। वह जांच में सरकार का पूरा साथ देंगे।