Tricity Today | बीजेपी विधायक की लापता पत्नी पुष्पा वर्मा
Lucknow News : देशभर में बुधवार को करवा चौथ के सेलिब्रेशन की तैयारियां की जा रही हैं। पति-पत्नी एक-दूसरे को सरप्राइज देने को आतुर हैं। वहीं, उत्तर प्रदेश से आई एक खबर ने सबको चौंकाने के साथ साथ प्रदेश के पुलिस महकमे और भाजपा में जबरदस्त हड़कंप मचा दिया है। खबर है कि सुल्तानपुर में लंभुआ विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक सीताराम वर्मा की पत्नी मंगलवार की सुबह लखनऊ स्थित अपने आवास से अचानक लापता हो गईं। विधायक के बेटे ने अपनी माता पुष्पा वर्मा के लापता होने के मामले में गाजीपुर थाने में FIR दर्ज कराई है।
मंगलवार की सुबह से हैं लापता
डीसीपी नॉर्थ कासिम आब्दी ने बताया कि सुल्तानपुर से बीजेपी विधायक सीताराम वर्मा का गाजीपुर सेक्टर-8 में घर है। वहां उनकी पत्नी पुष्पा वर्मा (65 वर्ष) परिवार संग रहती हैं। मंगलवार की सुबह 6 बजे पुष्पा बिना किसी को कुछ बताए घर से कहीं चली गईं। काफी ढूंढने पर उनका कुछ पता न चला। इसके बाद उनके बेटे सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट कर्नल पंकज कुमार ने पिता को खबर दी। बीजेपी विधायक सीताराम वर्मा सुल्तानपुर से लखनऊ पहुंचे।
सीसीटीवी और सोशल मीडिया के जरिए खोज
बीजेपी विधायक सीताराम वर्मा ने दोपहर को डीसीपी से मिलकर पत्नी को तलाशने में मदद की गुहार लगाई। डीसीपी ने गाजीपुर और इंदिरानगर पुलिस की टीमों को विधायक की पत्नी पुष्पा वर्मा को खोजने के लिए लगाया। डीसीपी नॉर्थ कासिम आब्दी ने कहा कि सुबह करीब 9 बजे विधायक की पत्नी पुष्पा इंदिरानगर स्थित अरविंदो पार्क चौकी के पास देखी गई थीं। पुलिस की टीमें सीसीटीवी कैमरों और सोशल मीडिया की मदद से उनको ढूंढ रही है। पुष्पा वर्मा को भूलने की बीमारी है। उनका इलाज भी चल रहा है।
जगह-जगह लगाए गए पोस्टर
विधायक के बेटे रिटायर्ड लेफ्टिनेंट कर्नल पंकज कुमार ने बताया कि उनकी मां मंगलवार को सुबह 6 इंदिरा नगर के सेक्टर-8 स्थित आवास से अचानक बिना किसी को बताए घर से निकल गईं। काफी खोजने के बाद भी उनका कोई सुराग अभी तक नहीं मिला। गुमशुदगी की रिपोर्ट गाजीपुर थाने में करवा दी गई है। पुलिस ने लुकआउट नोटिस जारी किया है। सूचना देने वाले के लिए 10 हजार का इनाम देने की घोषणा की गई है। जगह-जगह विधायक की पत्नी के फोटो लगे पोस्टर लगाए गए हैं।
ब्यूरोक्रेसी से राजनीति में आये सीताराम
लंभुआ विधायक सीताराम वर्मा सहकारिता विभाग में ऊंचे पद पर रह चुके हैं। इन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बहुजन समाज पार्टी से की थी। पहली बार जिला पंचायत सदस्य का चुनाव 2011 में लड़ा और चुनाव जीतकर जिला पंचायत अध्यक्ष बने। हालांकि महज 15 महीनों में ही इनको अविश्वास प्रस्ताव के जरिये पद से हटा दिया गया। आपको बता दें कि बहुजन समाज पार्टी छोड़कर इन्होंने भारतीय जनता पार्टी का दामन पकड़ा और पार्टी ने इनको जयसिंहपुर सदर सीट से उम्मीदवार बनाया। वहां इन्होंने जीत के साथ खाता खोला। साल 2022 में पार्टी ने इनको लंभुआ सीट से उतारा, जहां इन्होंने भारतीय जनता पार्टी को बड़ी जीत दिलाई।