उत्तर प्रदेश में अपनी जड़ें तलाश रही कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के यूपी के बड़े चेहरे और कद्दावर नेता जितिन प्रसाद आज भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे। थोड़ी देर पहले ही उन्होंने केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि दोपहर 1:00 बजे वह नई दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा की उपस्थिति में भाजपा ज्वाइन करेंगे। आज सुबह से ही उनके कांग्रेस छोड़ने को लेकर अटकलें तेज थी। पहले स्थिति साफ नहीं हो पा रही थी कि यूपी का कौन बड़ा चेहरा कांग्रेस को बीच मझधार में छोड़ कर किनारा पकड़ लेगा।
दरअसल, जितिन प्रसाद लंबे समय से यूपी कांग्रेस के कद्दावर रहे हैं और लंबे वक्त से उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण समाज को एकजुट करने का अभियान चला रहे हैं। ऐसा माना जा रहा था कि इसका लाभ आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को मिलेगा। लेकिन अब उनके बीजेपी में शामिल होने के बाद से कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी के लिए यह बड़ी चुनौती है।
जितिन प्रसाद इस वक्त राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भूपेंद्र यादव के साथ गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि वह यूपी के आगामी विधानसभा चुनाव में अपनी भूमिका को लेकर गृह मंत्री से चर्चा कर रहे हैं। पहले 1:00 बजे उनके बीजेपी ज्वाइन करने की अटकलें थी। लेकिन फिलहाल इसमें थोड़ी देरी है। क्योंकि अमित शाह से मुलाकात के बाद ही वह भारतीय जनता पार्टी के नई दिल्ली स्थित मुख्यालय पहुंचेंगे। जहां उन्हें केंद्रीय रेलवे मंत्री पीयूष गोयल पार्टी की सदस्यता ग्रहण कराएंगे।
इसके साथ ही बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। पार्टी कद्दावर ब्राह्मण- भूमिहार चेहरों की तलाश में थी। इनके जरिए ही उत्तर प्रदेश के ब्राह्मण-भूमिहार मतदाताओं को साधने की तैयारी भारतीय जनता पार्टी ने की है। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गुजरात में करीबी रहे पूर्व आईएएस अरविंद कुमार शर्मा को वीआरएस लेकर यूपी बुलाया गया। उन्हें यूपी विधान परिषद का सदस्य चुना गया। उनके जरिए पार्टी यूपी के भूमिहार मतदाताओं को लुभाने की चाल चल चुकी है। अब जितिन प्रसाद के रूप में पार्टी को एक कद्दावर ब्राह्मण चेहरा मिल गया है। यूपी की राजनीति के जानकारों का कहना है कि जितिन प्रसाद के भाजपा में आने से भारतीय जनता पार्टी को भारी बल मिलेगा। जबकि आधार खोज रही कांग्रेस को एक बार फिर बड़ा झटका लगा है।