Google Image | उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बीएस चौहान
Lucknow : उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक बीएस चौहान ने ड्रग माफिया को कड़ी चेतावनी दी है। डीजीपी ने कहा है, "उत्तर प्रदेश से नशा तस्करों का पूरी तरह सफाया किया जाएगा। इसके लिए यूपी पुलिस के सांगठनिक ढांचे में बड़ा बदलाव किया जा रहा है। यूपी पुलिस में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन इसी वजह से करना पड़ा है।" डीजीपी ने साफतौर पर कहा उत्तर प्रदेश के युवाओं को नशे के रास्ते पर नहीं जाने दिया जाएगा। ड्रग माफिया और पैडलर्स पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। पिछले कुछ महीनों के दौरान प्रदेशभर में नशे के माफिया पर बड़ा एक्शन हुआ है।" बुधवार को पुलिस झंडा दिवस के मौके पर डीजीपी ने यह बात कहीं।
अपराधी जिंदा या मुर्दा कानून के कटघरे में जरूर आएगा
डीएस चौहान ने कहा, "उत्तर प्रदेश में किसी को कानून-व्यवस्था हाथ में नहीं लेने दी जाएगी। ऐसे लोगों के खिलाफ हमें कानून ने जितनी शक्ति दी है, उसका पूरा उपयोग करेंगे। अपराधियों को जिंदा या मुर्दा कानून के कटघरे में जरूर लाया जाएगा। अगर अपराधी पाताल लोक में जाकर भी छिप जाएगा तो उसे ढूंढ कर लाया जाएगा। यह नया उत्तर प्रदेश है और यह नई उत्तर प्रदेश पुलिस है। यहां किसी भी अपराधी को कोई रियायत नहीं दी जा सकती है। चाहे कोई बड़े से बड़ा बदमाश क्यों ना हो, उसे सबक जरूर सिखाया जाएगा। किसी ने कानून को अपने हाथ में लेने की जरा चेष्टा की तो जितनी हमारे पास शक्ति कानून दी है, उसका पूरा उपयोग करेंगे।"
ड्रग माफियाओं के खिलाफ संगठित कार्रवाई होगी
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डीएस चौहान ने कहा, "युवाओं को कमजोर करने के लिए नशीले पदार्थों को देश में धकेलने का चलन देखा जा रहा है। इसका देश की सुरक्षा पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है। इसे ध्यान में रखते हुए यूपी सरकार ने एंटी-नारकोटिक्स टास्क फोर्स का गठन किया है ताकि इसमें शामिल ड्रग माफियाओं के खिलाफ संगठित तरीके से कार्रवाई की जा सके।" डीजीपी ने आगे कहा, "यूपी पुलिस ने इस दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है। ड्रग माफिया के खिलाफ शुरूआती एक्शन के परिणाम बेहद शानदार रहा हैं। अब तक 320 करोड़ रुपये के नशीले पदार्थ जब्त किए गए हैं। बड़ी संख्या ऐसा माफिया और ड्रग पैडलर्स के खिलाफ कार्रवाई की है। यूपी सरकार और यूपी पुलिस इन चीजों पर नजर रख रही हैं। यूपी को ड्रग हेवन में नहीं बदला जा सकता है।"